मुंबई: नोएल टाटा के बच्चों लिआ, नेविल और माया को टाटा ट्रस्ट से जुड़े टाटा मेडिकल सेंटर ट्रस्ट में नियुक्त किया गया। मामले से जुड़े एक जानकार ने इस कदम को टाटा समूह के नेतृत्व के लिए अगली पीढ़ी को तैयार करने वाला बताया है। अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर इस जानकार ने कहा कि टाटा मेडिकल सेंटर के बोर्ड में इन तीनों को शामिल करने का टाटा ट्रस्ट का फैसला उन्हें चेयरमैन रतन टाटा की निगरानी में बड़ी भूमिका के लिए तैयार करने में मदद करेगा।
दोगुने हो गए ट्रस्टी
इनकी नियुक्ति से टाटा मेडिकल सेंटर ट्रस्ट में ट्रस्टी संख्या दोगुनी हो गई है। बोर्ड में रतन टाटा, विजय सिंह और मेहली मिस्त्रत्त्ी पहले से मौजूद हैं। तीनों बच्चों को टाटा ट्रस्ट के अंदर एक छोटे ट्रस्ट में शामिल कर आगे बढ़ाने की तैयारी है।
क्या हैं इसके मायने
टाटा मेडिकल सेंटर की शुरुआत 2011 में हुई थी और यह 431 बिस्तर वाले अस्पताल का संचालन करता है। फिलहाल लिआ, माया और नेविल मध्यक्रम प्रबंधन की भूमिका में हैं। परिवार का मानना है कि उन्हें आगे बढ़ने से पहले निचले स्तर से शुरुआत करनी चाहिए।
टाटा समूह परिचय
29 कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध
100 से अधिक सहायक इकाइयां
9.35 लाख कर्मचारियों का कार्यबल
311 अरब डॉलर का संयुक्त बाजार पूंजीकरण
बता दें टाटा समूह के पास करीब 60 गैर-सूचीबद्ध बड़ी कंपनियां हैं जिनमें से एयर इंडिया, विस्तारा जैसी कंपनियां अभी शेयर बाजार में नहीं उतरी हैं।
डिजिटल की जिम्मेदारी
माया, टाटा डिजिटल में कार्यरत हैं, यह डिजिटल क्षेत्र में टाटा समूह का प्रमुख उपक्रम है। टाटा डिजिटल कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर काम कर रहा है।
इंडियन होटल से शुरुआत
लिआ, नोएल टाटा की सबसे बड़ी पुत्री ने मैड्रिड में आईई बिजनेस स्कूल से मार्केटिंग की पढ़ाई की है और वह इंडियन होटल्स कंपनी के विकास और विस्तार से जुड़ी हैं।
खुदरा क्षेत्र पर नजर
नेविल, ट्रेंट लिमिटेड से जुड़े हैं, वर्तमान में इस कंपनी का संचालन उनके पिता नोएल टाटा कर रहे हैं। ट्रेंट वेस्टसाइड और क्रोमा जैसे रिटेल स्टोर का संचालन करती है।