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कोविड-19 महामारी की वजह से पॉलिसी बिक्री घटी, IPO से पहले LIC को बड़ा झटका

Bhumika Sahu
17 Feb 2022 2:26 AM GMT
कोविड-19 महामारी की वजह से पॉलिसी बिक्री घटी, IPO से पहले LIC को बड़ा झटका
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महामारी और उसकी वजह से लगाए गए लॉकडाउन का प्रभाव 2020-21 और 2021-22 की पहली तिमाहियों में भी नजर आया.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) की वजह से भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की कुल इंडिविजुअल और ग्रुप पॉलिसियों की बिक्री घटी है. एलआईसी द्वारा दायर आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (LIC IPO) दस्तावेजों के अनुसार, देश की प्रमुख बीमा कंपनी की इंडिविजुअल और ग्रुप पॉलिसियां की बिक्री वित्त वर्ष 2018-19 के 7.5 करोड़ से 16.76 फीसदी घटकर वित्त वर्ष 2019-20 में 6.24 करोड़ पर आ गई. वित्त वर्ष 2020-21 में यह 15.84 फीसदी और घटकर 5.25 करोड़ रह गई. कंपनी ने कहा है कि महामारी और उसकी वजह से लगाए गए लॉकडाउन के चलते 2019-20 की चौथी तिमाही में व्यक्तिगत पॉलिसियों की बिक्री 22.66 फीसदी घटकर 63.5 लाख रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 82.1 लाख रही थी.

इसका प्रभाव 2020-21 और 2021-22 की पहली तिमाहियों में भी नजर आया. इस दौरान यह क्रमश: 46.20 फीसदी घटकर 19.1 लाख और फिर 34.93 फीसदी घटकर 23.1 लाख रह गई. कंपनी ने कहा, उभरती हुई कोविड-19 स्थिति को देखते हुए पॉलिसीधारकों और अन्य हितधारकों के हितों में व्यापार करने के डिजिटल साधनों को अपनाने के मद्देनजर, इरडा ने पॉलिसी दस्तावेज और प्रोपोजल फॉर्म की कॉपी फिजिकल प्रारूप में जारी करने की जरूरत से छूट दी.
डेथ क्लेम बढ़े
एलआईसी के मुताबिक, महामारी के दौरान मौत से बीमा क्लेम बढ़े. इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019, वित्त वर्ष 202, वित्तीय वर्ष 2021 और 30 सितंबर, 2021 को समाप्त छह महीने के दौरान मौत से बीमा दावा क्रमश: 17,128.84 करोड़ रुपये, 17,527.98 करोड़ रुपये, 23,926.89 करोड़ रुपये और 21,734.84 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. यह कुल बीमा दावा का क्रमश: 6.79 फीसदी, 6.86 फीसदी, 8.29 फीसदी और 14.47 फीसदी है.
10 मार्च को खुल सकता है आईपीओ
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा का आईपीओ 10 मार्च को खुल सकता है. कंपनी का आईपीओ 10 मार्च को खुलेगा और 14 मार्च को बंद हो सकता है. इसका इश्यू प्राइस 2,000-2,100 रुपये हो सकता है. सरकार ने 13 फरवरी को LIC का ड्राफ्ट पेपर जमा किया था.
सरकार आईपीओ के जरिए एलआईसी में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है. LIC के आईपीओ के तहत 31.6 करोड़ शेयरों की पेशकश की जाएगी, जो 5 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है.
विदेशी निवेशकों की भागीदारी के लिए रोड शो
एलआईसी ने ग्लोबल निवेशकों को लुभाने के लिए रोड शो शुरू किया. LIC इस औपचारिक रोड शो के जरिए देश के अब तक के सबसे बड़े सार्वजनिक निर्गम में उनकी भागीदारी की मांग कर रहा है.
एलआईसी का आईपीओ भारत सरकार का 'ऑफर फॉर सेल' या ओएफएस है. इसमें एलआईसी का कोई शेयर नहीं है क्योंकि कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 100 फीसदी है. इसके अंतर्गत 632.49 करोड़ शेयर आते हैं. शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है.


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