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उनकी जमा राशि के एवज में पूरा पैसा मिलेगा.
देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने करोड़ों ग्राहकों को बड़ी राहत दी है. सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में कटौती की है. पीएनबी एक साल की एमसीएलआर में 0.05 फीसदी घटाकर 7.30 फीसदी कर दी है. बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट 1 जून, 2021 से प्रभाव में आएगी.
6 महीने और 3 महीने की अवधि के लिये एमसीएलआर में 0.10 फीसदी की कटौती की गयी है और इस कटौती के बाद ब्याज दर क्रमश: 7फीसदी और 6.80 फीसदी होगी. एक दिन, एक महीने और तीन साल की अवधि के लिये एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
क्या है MCLR?
जब आप किसी बैंक से कर्ज लेते हैं तो बैंक द्वारा लिए जाने वाले ब्याज की न्यूनतम दर को आधार दर कहा जाता है. आधार दर से कम दर पर बैंक किसी को लोन नहीं दे सकता. इसी आधार दर की जगह पर अब बैंक एमसीएलआर का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसकी गणना धनराशि की सीमांत लागत, आवधिक प्रीमियम, संचालन खर्च और नकदी भंडार अनुपात को बनाए रखने की लागत के आधार पर की जाती है.
RBI ने इस बैंक का लाइसेंस किया रद्द
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पुणे के शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक का लाइसेंस कैंसिल कर दिया. इसका कारण बैंक के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावना का नहीं होना है. RBI ने कहा, बैंक ने जो आंकड़े दिये हैं, उसके अनुसार 98 फीसदी जमाकर्ताओं को जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम (डीआईसीजीसी) से उनकी जमा राशि के एवज में पूरा पैसा मिलेगा.
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