जनता से रिश्ता वेबडेसक | पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल की खपत कोविड-पूर्व स्तरों की तुलना में 16 प्रतिशत और डीजल की खपत 10-12 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि देश की इकोनॉमी पटरी पर लौट रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत 2024-25 तक 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर और 2030 तक 10,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
तेल की कीमतों पर क्या बोले: बीते कुछ महीनों में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर भी हरदीप सिंह पुरी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ईंधन की दरें अधिक हैं। इस तरह की ऊंची कीमतें वैश्विक आर्थिक सुधार को कमजोर कर रही हैं और विकासशील देशों के हितों को नुकसान पहुंचा रही हैं। हरदीप सिंह पुरी ने आगे बताया कि वह स्थिति को कम करने के लिए अमेरिका और सऊदी अरब जैसे देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा कि आर्थिक सुधार के साथ ऊर्जा की खपत भी बढ़ेगी।
पेट्रोलियम मंत्री के मुताबिक तेल की मांग और ओपेक और उससे जुड़े सहयोगी देशों (ओपेक प्लस) जैसे उत्पादकों की तरफ से होने वाली आपूर्ति में अंतर है। बता दें कि भारत ऊर्जा आयात पर बहुत अधिक निर्भर है। यह 85 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता है। वहीं, अपनी गैस खपत का 55 फीसदी आयात करता है।