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पेट्रोल-डीजल की फिर बढ़े दाम, कल सुबह से लागू होगी नई कीमत

Deepa Sahu
1 April 2022 5:59 PM GMT
पेट्रोल-डीजल की फिर बढ़े दाम, कल सुबह से लागू होगी नई कीमत
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कच्चे तेल के कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के साथ घरेलू बाजार में तेल की खुदरा कीमतें भी तेज रफ्तार से बढ़ती जा रही हैं.

कच्चे तेल के कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के साथ घरेलू बाजार में तेल की खुदरा कीमतें भी तेज रफ्तार से बढ़ती जा रही हैं. एक दिन की राहत के बाद शनिवार को एक बार फिर तेल के लिये आपको अपनी जेब कुछ और ढीली करनी पड़ेगी. तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol and Diesel Price) में 80-80 पैसे प्रति लीटर की और बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है. पेट्रोल और डीजल की ये रफ्तार कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में लगी आग की वजह से है. मार्च में तेल की औसत कीमतें 110 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर ही रही हैं. जिससे तेल कंपनियों (oil companies) का नुकसान भी बढ़ गया है. महंगे क्रूड का असर खत्म करने के लिये तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेज बढ़त कर रही हैं.


कितना महंगा हुआ तेल
सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80-80 पैसे प्रति लीटर की बढ़त की है. नई दरें शनिवार की सुबह से लागू होंगी. बढ़त के बाद दिल्ली में पेट्रोल 102.06 रुपये और डीजल 93.87 रुपये प्रति लीटर का मिलेगा. वहीं, मुंबई में पेट्रोल 117.52 रुपये और डीजल 101.74 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिलेगा. चेन्नई में पेट्रोल 108.25 रुपये और डीजल 98.32 रुपये प्रति लीटर और कोलकाता में पेट्रोल 112.15 रुपये और डीजल 97.02 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलेगा. ताजा बढ़ोतरी के साथ बीते 12 दिनों में 10 बार कीमतें बढ़ रही है. इस दौरान तेल कीमतों में 7 रुपये से ज्यादा की तेजी आ चुकी है.


रूस से खरीद जारी रखेगा भारत
वहीं, सरकार ने साफ कर दिया है कि तेल कीमतों पर नियंत्रण के लिये रूस से तेल की खऱीद जारी रखी जाएगी, रूस भारत को छूट के साथ तेल ऑफर कर रहा है, सस्ती दरों पर मिलने वाले तेल से कीमतों में दबाव कम होने की पूरी उम्मीद है. हालांकि दूसरी तरफ अमेरिका भारत पर रूस से कारोबार खत्म करने का दबाव बना रहा है. महंगे तेल से भारत के आयात बिल में उछाल दर्ज हुआ है. मूडीज की एक रिपोर्ट मे कहा गया है कि क्रूड की ऊंची कीमतों के बीच खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोतरी न करने से मार्च में ही आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल को कुल मिलाकर 2.25 अरब डॉलर यानि 19 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के मुताबिक औसत बाजार भाव के हिसाब से तेल कंपनियां पेट्रोल पर 25 डॉलर प्रति बैरल और डीजल पर 24 डॉलर प्रति बैरल का नुकसान उठा रही हैं. अगर कच्चे तेल की कीमतें मौजूदा औसत 111 डॉलर प्रति बैरल के करीब बनी रहती हैं और पेट्रोल और डीजल कीमतों में कोई बदलाव नहीं होता तो तीनो तेल कंपनियों आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल को हर दिन 6.5 से 7 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ेगा.


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