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यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुआ पेमेंट स्टार्टअप भारतपे, जाने कंपनी की वैल्यूएशन
Bhumika Sahu
4 Aug 2021 5:50 AM GMT
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सिकोइया कैपिटल, इनसाइट पार्टनर्स, कोट्यू मैनेजमेंट, एम्प्लो और रिबिट कैपिटल ने BharatPe में संयुक्त रूप से अपनी मौजूदा सीरीज ई फंडरेज के एक हिस्से के रूप में 200 मिलियन डॉलर की इंवेस्टमेंट की है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मर्चेंट पेमेंट और फाइनेंस सर्विस प्रोवाइडर भारतपे (BharatPe) को न्यूयॉर्क स्थित इंवेस्टमेंट की दिग्गज कंपनी टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट के नेतृत्व में सीरीज ई फंडिंग राउंड के एक हिस्से के रूप में 370 मिलियन डॉलर मिले हैं. इससे कंपनी का वैल्यूएशन छह महीनों में तीन गुना से अधिक बढ़कर 2.85 बिलियन डॉलर हो गया है. दूसरे नए इंवेस्टर्स में ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप और स्टीडफास्ट कैपिटल शामिल हैं, जिन्होंने इस दौर में हिस्सा लिया है. यह इंवेस्टमेंट यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की भारत में बढ़ती लिस्ट में भारतपे को लेटेस्ट बनाता है.
कंपनी ने इस साल फरवरी में 90 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर 108 मिलियन डॉलर जुटाए थे. मौजूदा फंडरेज में नए इंवेस्टर टाइगर ग्लोबल ने स्टार्टअप में 100 मिलियन डॉलर की इंवेस्टमेंट की और इसके एक हिस्से के रूप में ड्रैगनर और स्टीडफास्ट ने हर एक में 25 मिलियन डॉलर की इंवेस्टमेंट की. मौजूदा इंवेस्टर सिकोइया कैपिटल, इनसाइट पार्टनर्स, कोट्यू मैनेजमेंट, एम्प्लो और रिबिट कैपिटल ने कंपनी में संयुक्त रूप से अपनी मौजूदा सीरीज ई फंडरेज के एक हिस्से के रूप में 200 मिलियन डॉलर की इंवेस्टमेंट की है.
350 मिलियन डॉलर की ग्रोथ से मिलेगा पर्याप्त रनवे
भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर की भूमिका अदा करेंगे और अपनी स्ट्रेटजी, टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट वर्क्स के साथ-साथ कैपिटल फंड रेजिंग के मैनेजमेंट को जारी रखेंगे.
अशनीर ग्रोवर ने कहा, "हमारी प्रारंभिक योजना $ 250 मिलियन जुटाने की थी. हालांकि, राउंड को ओवरसब्सक्राइब किया गया था. हमारा मानना है कि 350 मिलियन डॉलर की प्राइमरी ग्रोथ हमें अगले तीन सालों के लिए पर्याप्त रनवे देगी. इसके बाद हम सार्वजनिक बाजारों में लिस्टेड होने पर विचार कर सकते हैं. हमारे पास अभी भी हमारी सीरीज़ सी और डी राउंड से बैंक में नकदी है और ओवरऑल लिक्विडिटी रनवे 500 मिलियन डॉलर का है, जो हमें भविष्य के विकास के लिए अच्छी स्थिति में रखेगा."
पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक को मिलेगी मदद
भारतपे सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ साझेदारी में मुसीबत झेल रहे पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक को कैपिटलाइज करने के लिए भी धन का उपयोग करेगा. जून में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने Centrum और BharatPe के संयुक्त संघ द्वारा PMC बैंक के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी थी.
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