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यात्रियों को महंगे किराये से राहत मिलेगी

Sonam
6 July 2023 5:15 AM GMT
यात्रियों को महंगे किराये से राहत मिलेगी
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अगर आप वंदे हिंदुस्तान जैसी हिंदुस्तान की सबसे तेज और अत्याधुनिक ट्रेन में यात्रा का सपना देख रहे हैं, लेकिन अधिक किराए के चलत हौसला नहीं जुटा पाए हैं तो आपके लिए अच्छी समाचार है. रेलवे कम दूरी वाली कुछ वंदेभारत ट्रेनों में सीटें खाली रहने की स्थिति को देखते हुए किराया कम करने के लिए टिकटों की मूल्य की समीक्षा कर रहा है. ऐसे में बताया जा रहा है कि छोटी दूरी पर यात्रियों को महंगे किराये से राहत मिल सकती है.

इन रूट पर घट सकते हैं किराए

सूत्रों के मुताबिक, अपेक्षाकृत छोटी दूरी वाली कुछ वंदेभारत ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर नहीं पा रही हैं. ऐसी स्थिति में रेलवे उनके किराये की समीक्षा कर किराये में कटौती करने की योजना बना रहा है. इंदौर-भोपाल, भोपाल-जबलपुर और नागपुर-बिलासपुर जैसी वंदेभारत ट्रेनों के किराये की समीक्षा की जा रही है. इन सभी ट्रेनों में सीटें काफी हद तक खाली चल रही हैं.

इन रूट पर भी कम हैं यात्री

वंदेभारत ट्रेनों में सीटें लगभग भरी होती हैं लेकिन कुछ ट्रेनों में ऐसी स्थिति नहीं है. ऐसी ही एक ट्रेन नागपुर-बिलासपुर वंदेभारत ट्रेन भी है जिसकी 55 फीसदी सीटें ही भरी रहती हैं. करीब साढ़े पांच घंटे के यात्रा वाली इस ट्रेन को लेकर आम धारणा यही है कि किराया कम करने से इसे यात्रियों के लिए सुन्दर बनाया जा सकता है. इसी तरह जून में भोपाल-जबलपुर वंदेभारत एक्सप्रेस की केवल 32 फीसदी सीटें भरी हुई थीं. करीब 4.5 घंटे लंबा यात्रा तय करने वाली इस ट्रेन का एसी चेयर कार का किराया 1055 रुपये है जबकि एक्जीक्यूटिव चेयर कार के टिकट की मूल्य 1880 रुपये रखी गई है.

बड़ी संख्या में खाली रह जाती हैं सीटें

भोपाल-इंदौर वंदेभारत ट्रेन में सिर्फ 29 फीसदी सीटें भरी हुई थीं जबकि इंदौर-भोपाल ट्रेन में 21 फीसदी सीट आरक्षित थीं. करीब तीन घंटे का यात्रा तय करने वाली इस ट्रेन में एसी चेयर कार का किराया 950 रुपये है जबकि एक्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1525 रुपये रखा गया है. सूत्रों ने बोला कि भोपाल-इंदौर वंदेभारत ट्रेन में खाली सीटों की बड़ी संख्या को देखते हुए इसके किराये में अच्छी-खासी कटौती की जा सकती है.

यात्रियों की संख्या बढ़ाने की कोशिश

देश की सबसे आधुनिक एवं तेज रफ्तार वाली वंदेभारत ट्रेनों का सबसे लंबा यात्रा करीब 10 घंटे का है जबकि सबसे छोटा यात्रा तीन घंटे का है. इनमें से कुछ ट्रेनों में सीटों के खाली रहने की परेशानी दूर करने के लिए किराये की समीक्षा की जा रही है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ’इसके पीछे सोच यह है कि सभी वंदेभारत ट्रेन में यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का मौका मिले. हमने हालात की समीक्षा की है और हमारी राय है कि कुछ वंदेभारत ट्रेन, खासकर कम दूरी वाली, का किराया यदि घटा दिया जाता है तो वह अधिक अच्छा कर पाएंगी. हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इन ट्रेनों में यात्रा करें.’

इस रूट पर सबसे अधिक बुकिंग

वंदे हिंदुस्तान को सभी रूट पर यात्रियों की किल्लत नहीं है. कुछ रूट ऐसे भी हैं जहां यात्रियों की भरमार है. अभी तक राष्ट्र के 24 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में वंदेभारत ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. इनमें से कासरगोड-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में 183 फीसदी बुकिंग रहती है और यह सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली वंदेभारत ट्रेन है. गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल, वाराणसी-नयी दिल्ली, देहरादून-अमृतसर और मुंबई-शोलापुर के बीच चलने वाली वंदेभारत ट्रेनों में भी 100 फीसदी से अधिक बुकिंग रहती है.

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