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Paras Defence IPO को मिला भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन, ये हैं टॉप-5 की लिस्ट

Gulabi
24 Sep 2021 10:43 AM GMT
Paras Defence IPO को मिला भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन, ये हैं टॉप-5 की लिस्ट
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भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन

नवी मुंबई आधारित पारस डिफेंस (Paras Defence & Space Technologies) के आईपीओ को भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला है. इस आईपीओ को 304 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. Paras Defence के शेयरों का अलॉटमेंट 28 सितंबर को होने वाला है. इसकी लिस्टिंग 1 अक्टूबर को होने वाली है.


इस आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन 21 सितंबर को खुला था और 23 सितंबर को बंद हुआ. अलॉटमेंट डेट 28 सितंबर है और जिन निवेशकों को शेयर नहीं मिलेगा, उन्हें 29 सितंबर को रिफंड मिल जाएगा. 30 सितंबर को यह शेयर निवेशकों के डीमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा और 1 अक्टूबर को इसकी लिस्टिंग है. पारस डिफेंस आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 165-175 रुपए रखा गया था. 85 शेयरों का लॉट साइज तैयार किया गया था. मतलब, निवेशकों को कम से कम 85 शेयर ऑर्डर करने होंगे जिसके लिए इन्वेस्टमेंट वैल्यु 14875 रुपए होगी. रिटेलर्स अधिकतम 13 लॉट यानी 1105 शेयर खरीद सकते हैं, जिसकी वैल्यु 1 लाख 93 हजार 375 रुपए होगी. कंपनी ने इश्यू के जरिए 171 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है.

जानिए टॉप-5 की पूरी लिस्ट
जैसा कि पहले बताया गया है, इंडियन कैपिटल मार्केट में इस कंपनी को अब तक सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला है. सब्सक्रिप्शन के आधार पर Salasar Technologies के आईपीओ को 273 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. Apollo Micro Systems को 249 गुना, Astron Paper को 242 गुना, MTAR Technologies को 201 गुना, Mrs Bector Food को 198 गुना, Capacite Infra को 183 गुना, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक को 166 गुना और अंबर एंटरटेनमेंट को 165 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था.

कई सेगमेंट में फैला है कंपनी का कारोबार
पारस डिफेंस का कारोबार कई सेगमेंट में फैला है. यह कंपनी डिफेंस और स्पेस ऑप्टिक्स प्रोडक्ट मैन्युफैक्चर करती है. इसके अलावा डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रो मैग्नेटिक पल्स प्रोटेक्शन, हेवी इंजीनियरिंग और क्रिटिकल इमेजिंग कंपोनेंट का कारोबार करती है.

कंपनी की क्लाइंट की लिस्ट लंबी है
इसका कारोबार BEL (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), TCS जैसी देशी और कई विदेशी कंपनियों के साथ है. ISRO, DRDO, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स, गोदरेज एंड बॉयसे, TCS, किर्लोस्कर ग्रुप, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, भारत डायनेमिक्स और कई बड़ी कंपनियां इसकी क्लाइंट हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट में आनंद राठी एडवाइजर्स की आस्था डागा ने कहा कि इस सेक्टर का आउटलुक काफी मजबूत है. इस सर्विस में यह लीडिंग कंपनी है. मोदी सरकार डिफेंस सेक्टर पर विशेष ध्यान दे रही है. यही वजह है कि निवेशकों ने इसके लिए ढेर सारा प्यार लुटाया है.

रिटेल निवेशकों का सब्सक्रिप्शन 113 गुना
Paras IPO का 50 फीसदी हिस्सा क्वॉलिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) और 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टिट्यूशनल्स इन्वेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित रखा गया था. 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए सुरक्षित रखा गया था. नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स कैटिगरी को 928 गुना, क्वॉलिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) को 170 गुना और रिटेल निवेशकों वाले हिस्से को 113 गुना सब्सक्रिप्शन मिला.

फिलहाल रेवेन्यू और प्रॉफिट स्थिर
जून तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी के पास 305 करोड़ रुपये का मजबूत ऑर्डर बुक है. साथ ही कंपनी के पास डिफेंस, स्पेस ऑप्टिक्स, डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स, हेवी इंजीनियरिंग और विशिष्ट टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काफी अच्छा डायवर्सिफाइड प्रोडक्ट पोर्टफोलियो है. हालांकि बिजनेस के मोर्चे पर कंपनी की आमदनी और मुनाफा स्थिर है.


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