धान गेंहू की खेती करने वाले किसान खेती को लगातार घाटे का सौदा बता रहे हैं. सिंचाई, बीज और खाद के बढ़ते दाम और फसलों को बेचने के लिए आसान और सुलभ साधन न होने के कारण उनकी परेशानी लगातार बढ़ रही है. इन समस्याओं से सहमत होने के बाद भी कृषि वैज्ञानिकों का दावा है कि अगर किसान बदलते समय के साथ परंपरागत खेती छोड़कर आधुनिक तकनीक से पपीता की व्यावसायिक खेती करें तो वे इसी खेती को मुनाफे का सौदा बना सकते हैं. इसके लिए उन्हें गेंहू-धान जैसी परंपरागत फसलों की बजाय फल-फूल और सब्जी की खेती करने पर विचार करना चाहिए. पपीते की खेती ऐसा ही एक उपाय है जिसके माध्यम से किसान प्रति हेक्टेयर तीन लाख रुपये प्रति वर्ष (सभी लागत खर्च निकालने के बाद) की शुद्ध कमाई कर सकते हैं. रेड लेडी पपीता (red lady papaya)की ही एक प्रजाति है जिसकी खेती किसानों को मालामाल बना सकती है. पपीते की खेती के लिए वैज्ञानिक इसे सबसे उपयुक्त मानते हैं.