जनता से रिश्ता वेबडेस्क| नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को जी-20 के 14 सदस्य देशों से 80 करोड़ अमेरिकी डॉलर की ऋण राहत मिली है. यही नहीं, अभी इसे सऊदी अरब और जापान सहित समूह के छह अन्य देशों से 1 अरब डॉलर के कर्ज राहत के लिए पुष्टि की दरकार है.
गौरतलब है कि दुनिया के 76 गरीब देशों के साथ पाकिस्तान को भी G-20 के डेट रिलीफ का फायदा दिया जा रहा है, जिसकी घोषणा इस साल अप्रैल में की गयी थी. इन देशों को कोरोना संकट से निपटने में मदद के लिए यह राहत दी जा रही है. कर्ज राहत का मतलब है कि पाकिस्तान को अब इतना कर्ज नहीं चुकाना होगा.
25 अरब डॉलर से ज्यादा का कर्ज
पिछले कई साल से पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है, ऐसे में उसे इस तरह की कर्ज राहत मिलने की दरकार थी. पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, दुनिया के 20 सर्वाधिक धनी देशों के समूह जी20 से पाकिस्तान ने इस साल अगस्त तक 25.4 अरब डॉलर कर्ज लिया था.
इस साल 15 अप्रैल को जी-20 देशों ने पाकिस्तान सहित 76 देशों के ऋण पुनर्भुगतान को मई से दिसंबर 2020 तक रोकने की घोषणा की थी, हालांकि, इसके लिए प्रत्येक देश द्वारा औपचारिक अनुरोध करने की शर्त लगाई गयी. अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बाकी देश भी दिसंबर के अंत तक कर्ज राहत को अनुमोदित कर देंगे.
14 देशों ने दी है राहत
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि पिछले सात महीनों के दौरान 14 देशों ने पाकिस्तान के साथ अपने समझौतों की पुष्टि की, जिससे फिलहाल इस्लामाबाद को 80 करोड़ डालर की ऋण राहत मिली है.
रिपोर्ट के मुताबिक इन 14 देशों के अलावा दो अन्य देशों ने भी पाकिस्तान को ऋण राहत देने के लिए संपर्क किया था. आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार पाकिस्तान ने अभी तक जापान, रूस, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यूनाइटेड किंगडम के साथ कर्ज रीस्ट्रक्चरिंग के नियमों को अंतिम रूप नहीं दिया है.
6 और देश भी देंगे राहत
पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन छह देशों ने अभी तक ऋण राहत संबंधी समझौतों की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इन देशों के साथ अगले महीने के अंत तक समझौता पूरा होने की उम्मीद है.