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OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल की सैलरी एक साल में 1.4 करोड़ रुपये बढ़ी

Deepa Sahu
2 Oct 2021 4:04 PM GMT
OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल की सैलरी एक साल में 1.4 करोड़ रुपये बढ़ी
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ओयो (OYO) के फाउंडर रितेश अग्रवाल (Ritesh Agarwal) की सैलरी वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़कर 1.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।

नई दिल्ली। ओयो (OYO) के फाउंडर रितेश अग्रवाल (Ritesh Agarwal) की सैलरी वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़कर 1.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। इससे पिछले वित्त वर्ष में उनकी सैलरी 21.5 लाख रुपये थी। यह बात ओयो की ओर से शुक्रवार को सेबी को दायर किए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) से सामने आई है। ओयो अपना IPO लाने वाली है और उसी की मंजूरी पाने के लिए कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के समक्ष ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दायर किया था।

फर्म ने अपने ड्राफ्ट पेपर्स में कहा है कि इसके अन्य शीर्ष भुगतान वाले प्रमुख प्रबंधकीय कर्मचारियों में मुख्य वित्तीय अधिकारी अभिषेक गुप्ता और गैर-कार्यकारी नामित निदेशक आदित्य घोष शामिल हैं। ओयो के ड्राफ्ट पेपर्स के मुताबिक, आदित्य घोष ने वित्त वर्ष 2020-21 में 5.74 करोड़ रुपये कमाए, जबकि गुप्ता को 7.14 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
2019 में बने थे ओयो सिंगापुर के वैश्विक सीईओ
ओयो सिंगापुर के वैश्विक सीईओ के रूप में अग्रवाल की नियुक्ति की प्रमुख शर्तों को 27 जून, 2019 को हस्ताक्षरित रोजगार समझौते में निर्धारित किया गया था। इसमें उन्हें आवास जैसे अनुलाभों के साथ-साथ 1.06 करोड़ रुपये का ग्रॉस सालाना पारिश्रमिक निर्धारित किया गया। आगे चलकर अग्रवाल का वार्षिक वेतन ओयो सिंगापुर ने 1 जनवरी 2021 से अतिरिक्त 4.45 करोड़ रुपये बढ़ा दिया था। अप्रैल 2020 में जैसे ही महामारी ने हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को प्रभावित करना शुरू किया, रितेश अग्रवाल ने घोषणा की कि वह शेष वर्ष के लिए अपने वेतन में 100 फीसदी कटौती करेंगे।
आईपीओ से 8,430 करोड़ जुटाने की तैयारी
आईपीओ के जरिए ओयो की योजना 8,430 करोड़ रुपये जुटाने की है। आईपीओ में 7,000 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का ताजा इश्यू होगा, जबकि 1,430 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश शामिल रहेगी। आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल ओयो, पुनर्भगतान के लिए करेगी जिसमें ओयो की सहायक कंपनियों द्वारा लिया गया 2,441 करोड़ रुपये का कर्ज शामिल है। इसके अलावा आईपीओ से जुटाई गई राशि कारोबार विस्तार और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्य के लिए खर्च की जाएगी।
आईपीओ के ग्लोबल को-ऑर्डिनेटर और बुक रनिंग लीड मैनेजर्स कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, जेपी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हैं। ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और ड्यूश इक्विटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हैं।
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