व्यापार
मुश्किलों के भंवर में एक वक्त का मशहूर स्टार्टअप Byju’s
Apurva Srivastav
23 Jun 2023 6:20 PM GMT
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Byju’s वह स्टार्टअप जिसे एक वक्त पर काफी तारीफें मिला करती थीं लेकिन अब Byju’s मुश्किलों के भंवर में फंसता हुआ नजर आ रहा है. Byju’s का उधारदाताओं के साथ पहले से ही काफी विवाद चल रहा था और इसी बीच कंपनी के ऑडिटर Deloitte ने हाल ही में जानकारी देते हुए बताया कि उसने कंपनी से किनारा कर लिया है.
एक-एक कर बढ़ रही परेशानियां
सिर्फ इतना ही नहीं, कंपनी में मौजूद इन्वेस्टर्स के उम्मीदवारों में से तीन ने भी कंपनी के बोर्ड के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ समय पहले तक Byju’s देश के सबसे प्रतिष्ठित और कीमती यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स में से एक हुआ करता था. Deloitte ने कंपनी के बोर्ड को सौंपे अपने पत्र में कहा है कि 2021-22 के नतीजों का ऑडिट तैयार करने के लिए Deloitte से सही रूप से संपर्क नहीं किया गया. 31 मार्च 2022 को खत्म हुए वित्तीय वर्ष के लिए ऑडिट की गई फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स को 30 सितंबर 2022 को हुई कंपनी की आम बैठक में शेयरहोल्डर्स के सामने पेश किया जाना था.
Deloitte ने लिखा पत्र
अपने पत्र में Deloitte ने आगे कहा है कि 31 मार्च 2021 को खत्म हुए वित्तीय वर्ष की ऑडिट रिपोर्ट में बदलावों के संबंध में भी हमसे किसी प्रकार का संपर्क नहीं किया गया और न ही 31 मार्च 2022 को खत्म हुए वित्तीय वर्ष की फाइनेंशियल स्टेटमेंट के ऑडिट की स्थिति को लेकर भी हमें कोई निर्देश नहीं दिए गए और इसीलिए हम समय पर ऑडिट की प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाए. ठीक समय पर ऑडिट पूरा न कर पाने की वजह से ऑडिट करने की हमारी क्षमता और स्टैंडर्ड्स पर महत्त्वपूर्ण रूप से प्रभाव पड़ेगा.
कंपनी को हुआ नुकसान
Byju’s ने Deloitte के इस्तीफे को लेकर अभी तक किसी प्रकार की प्रक्रिया नहीं दी है. कंपनी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उसने BDO (MSKA & Associates) को अपने नए ऑडिटर्स के रूप में अगले 5 वर्षों के लिए चुना है, जिसकी शुरुआत अप्रैल 2021 से होगी. Byju’s ने वित्त वर्ष 21 के अपने नतीजों को 18 महीनों की देरी से पेश किया था और रिपोर्ट में कंपनी ने बताया था कि उसे 4,500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. वित्त वर्ष 20 में कंपनी को 262 करोड़ का नुकसान हुआ था जिसका मतलब ये है कि वित्त वर्ष 21 में कंपनी को 17 गुना ज्यादा नुक्सान का सामना करना पड़ा था.
न्यूयॉर्क में केस
इस हफ्ते की शुरुआत में Byju’s ने 500-1000 फुल-टाइम कर्मचारियों की छंटनी की थी और साथ ही उधारदाताओं के साथ भी कंपनी का विवाद चल रहा है जो अदालत तक जा पहुंचा है. इस महीने की शुरुआत में Byju’s ने 40 मिलियन डॉलर्स की अपनी क्वार्टरली पेमेंट नहीं की थी और इसका भुगतान करने कि बजाय कंपनी न्यूयॉर्क की सुप्रीम कोर्ट में लोन में वृद्धि को लेकर केस लड़ रही है. कंपनी ने Redwood पर चालाकी भरे दांव खेलने का आरोप लगाया है और कंपनी चाहती है कि Redwood को अयोग्य ठहरा दिया जाए. वहीं Redwood का कहना है कि इस मामले का कोई आधार नहीं है और कथित तौर पर कंपनी ने Byju’s की आमने-सामने बात करने की मांग को भी ठुकरा दिया है.
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