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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Office Rent Increased: पिछले कुछ सालों में कोरोना महामारी (covid-19) के तेजी से फैलने के बाद लाइफस्टाइल के साथ वर्क कल्चर में भी काफी बदलाव आया है. वर्क फ्रॉम होम (WFH) कल्चर को बढ़ावा मिला और लोग लगातार तीसरे साल घर से ही ऑफिस कर रहे हैं. अब जब कोविड-19 के मामलों में कमी आई तो ऑफिस एक बार फिर से खुलने लगे. इससे ऑफिस स्पेस के किराये में तेजी आई.
नौंवें स्थान पर पहुंच दिल्ली-एनसीआर
इसी का असर है कि ऑफिस स्पेस के किराये के मामले में दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR Office Space) में ऑफिस स्पेस का किराया एशिया-प्रशांत क्षेत्र में नौंवें स्थान पर पहुंच गया. यहां ऐसे ऑफिस स्पेस का किराया सालाना 60.1 डॉलर प्रति वर्ग फीट है.
23 शहरों के किराये के बारे में जानकारी दी गई
इंटरनेशनल प्रॉपर्टी कंसलटेंट नाइट फ्रैंक इंडिया (Knight Frank India) ने साल 2022 के क्वार्टर के लिए एशिया-प्रशांत प्रमुख कार्यालय रेंट इंडेक्स जारी किया है. इसमें 23 शहरों के किराये के बारे में जानकारी जुटाई गई है. इस इंडेक्स के अनुसार हांगकांग 186 डॉलर प्रति वर्गफुट किराये के साथ पहले नंबर पर है.
सिंगापुर में किराया 105 डॉलर प्रति वर्गफुट
दूसरे नंबर वाले सिंगापुर में किराया 105 डॉलर प्रति वर्गफुट है. 101.2 डॉलर के साथ टोक्यो तीसरे नंबर पर, 98.6 डॉलर के साथ सिडनी चौथे स्थान और 84.8 डॉलर प्रति वर्गफुट किराये के साथ बीजिंग पांचवें पायदान पर है. नाइट फ्रैंक के अनुसार, 'हांगकांग एशिया का सबसे महंगा ऑफिस स्पेस बाजार बना हुआ है.
मुंबई में दिल्ली से कम किराया
दिल्ली-एनसीआर नौंवा सबसे महंगा बाजार है जहां सालाना किराया 62 डॉलर प्रति वर्गफुट है. महीने के हिसाब से देखें तो यह करीब 376 रुपये प्रति वर्गफुट होता है. मुंबई में किराया 50.9 डॉलर प्रति वर्गफुट प्रतिवर्ष, बेंगलुरु 26.7 डॉलर प्रति वर्गफुट प्रतिवर्ष के साथ क्रमश: 15वें और 21वें स्थान पर हैं.
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, 'कोविड संबंधी पाबंदियों के हटने के बाद से भारत के कार्यालय बाजार परिदृश्य में सुधार आना शुरू हो चुका है. अब अधिक कंपनियां अपने कर्मचारियों को कार्यालय बुला रही हैं.
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