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'अटल पेंशन योजना' के अंशधारकों की संख्या 3.30 करोड़ के पार, असंगठित क्षेत्र के लिए किया शुरू
Deepa Sahu
1 Sep 2021 6:57 PM GMT
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अटल पेंशन योजना
नई दिल्ली, असंगठित क्षेत्र के लिए शुरू की गई अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के अंशधारकों की संख्या इस वर्ष 25 अगस्त को 3.30 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इस सामाजिक सुरक्षा योजना से चालू वित्त वर्ष में अब तक 28 लाख से अधिक अंशधारक जुड़े हैं। इस योजना की शुरुआत नौ मई, 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी। इस योजना से 18 से 40 वर्ष का ऐसा कोई भी नागरिक जुड़ सकता है जिसका बैंक या डाकघर में बचत खाता हो।
अटल पेंशन योजना: अंशधारकों को न्यूनतम 1,000 और अधिकतम 5,000 रुपये मासिक पेंशन
इस योजना के तहत अंशधारक को 60 वर्ष की सेवानिवृत्ति की आयु के बाद न्यूनतम 1,000 रुपये और योगदान की रकम के हिसाब से अधिकतम 5,000 रुपये मासिक पेंशन दिए जाने की व्यवस्था है। पीएफआरडीए के आंकड़ों के अनुसार एपीवाई में सरकारी बैंकों के खाताधारकों की संख्या 2.33 करोड़ के साथ सबसे अधिक है। इसमें क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के 61.32 लाख, निजी बैंकों के 20.64 लाख, लघु वित्त बैंकों और भुगतान बैंकों के सामूहिक रूप से 10.78 लाख, डाक विभाग के 3.40 लाख और सहकारी बैंकों के 84,627 खाताधारकों ने भी अपना योगदान शुरू किया है।
पहली अप्रैल से 24 अगस्त तक एसबीआइ, केनरा बैंक में एपीवाई खाते खोले गए
चालू वित्त वर्ष में पहली अप्रैल से 24 अगस्त तक एसबीआइ, केनरा बैंक, एयरटेल पेमेंट्स बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, यूनियन बैंक आफ इंडिया, बैंक आफ इंडिया, इंडियन बैंक, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक से एक-एक लाख से अधिक एपीवाई खाते खोले गए हैं। पीएफआरडीए ने कहा है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और ओडिशा में 25 अगस्त तक 10 लाख से अधिक एपीवाई खाते थे।
78 फीसद अंशधारकों ने चुनी है मासिक 1,000 रुपये की पेंशन योजना
करीब 78 फीसद अंशधारकों ने 1,000 रुपये की पेंशन योजना चुनी है। वहीं करीब 14 फीसद ने 5,000 रुपये की पेंशन योजना का विकल्प चुना है।
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