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अब नौकरी बदलने पर नहीं होगी PF अकाउंट ट्रांसफर कराने की टेंशन
Apurva Srivastav
15 Jun 2021 4:55 PM GMT
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नौकरी बदलने पर कर्मचारियों को सबसे ज्यादा टेंशन अपने पुराने पीएफ अकाउंट को ट्रांसफर कराने की रहती है
नौकरी बदलने पर कर्मचारियों को सबसे ज्यादा टेंशन अपने पुराने पीएफ अकाउंट को ट्रांसफर कराने की रहती है. क्योंकि इसमें उनके कार्यकाल के दौरान सैलरी से कटा हुआ पैसा जमा होता है, लेकिन बहुत से लोग नई जॉब के मिलते ही अपने पिछले पीएफ अकाउंट को ट्रांसफर कराने की जगह नया पीएफ अकाउंट खोल लेते हैं. इससे उन्हें काफी नुकसान होता है. अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो परेशान न हो, क्योंकि आप घर बैठे इसे आसानी से पिछले पीएफ अकाउंट को ट्रांसफर करा सकते हैं. इसके लिए आपको कुछ प्रक्रियाओं को फॉलो करना होगा.
यूएएन लिंक होना जरूरी
ऑनलाइन पीएफ अकाउंट ट्रांसफर कराने के लिए आपका यूएएन का लिंक होना बेहद जरूरी है क्योंकि इसी के जरिए ईपीएफ पर आपकी पिछली कंपनी का ब्योरा दिखाई देगा और इसी के जरिए वेरिफाई किया जाएगा. इसलिए सबसे पहले आपको यूनिफाइड मेंबर पोर्टल (https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface) पर विजिट करें और अपने यूएएन से लॉग इन करें.
खाता ट्रांसफर करने की प्रक्रिया.
1.ईपीएफओ की वेबसाइट पर लॉग इन के बाद यहां वन मेंबर वन ईपीएफ पर क्लिक करें.अब आपको मौजूदा कंपनी से जुड़ी जानकारी और पीएफ खाते को वेरिफाइ करना होगा.
2.इसके बाद गेट डिटेल्स ऑप्शन पर क्लिक करें. ऐसा करते ही आपको पिछली नियुक्ति की पीएफ खाता डिटेल्स दिखाई देगी.
3.पिछली कंपनी और मौजूदा कंपनी में से किसी एक का चुनाव करें और दोनों में से किसी भी कंपनी का चयन करके मेंबर आइडी या यूएएन भरें.
4.आखिरी में गेट ओटीपी ऑप्शन पर क्लिक करें, जिससे आपके पास यूएएन में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा. अब उस ओटीपी को डालकर सबमिट करें. इस प्रक्रिया से आपका पीएफ अकाउंट ऑनलाइन ट्रांसफर हो जाएगा.
नौकरी बदलने पर नहीं होगी PF अकाउंट ट्रांसफर कराने की टेंशन, ये आसान तरीके आएंगे काम
अगर किसी कर्मचारी का यूएएन ईपीएफओ के पोर्टल पर एक्टिवेट नहीं है तो पीएफ अकाउंट ट्रांसफर कराने में दिक्कत आ सकती है. इसके अलावा अगर इस दौरान इस्तेमाल किया गया मोबाइल नंबर एक्टिव नहीं है तब भी अकाउंट ट्रांसफर में समस्या आ सकती है क्योंकि ओटीपी को इसी नंबर पर भेजा जाएगा. कर्मचारी का बैंक अकाउंट नंबर और आधार नंबर उसके यूएएन के साथ लिंक होना चाहिए. इसके अलावा अगर पिछली नियुक्ति की डेट ऑफ एग्जिट नहीं है तो उसे पहले अपडेट कर लें. इसके अलावा केवाईसी डिटेल्स का पूरा होना जरूरी है.
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