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इन्वेस्टमेंट में नोएडा नंबर वन, ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के निवेश का 27 प्रतिशत हिस्सा

jantaserishta.com
12 Feb 2023 6:21 AM GMT
इन्वेस्टमेंट में नोएडा नंबर वन, ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के निवेश का 27 प्रतिशत हिस्सा
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नोएडा (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चल रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में नोएडा सबसे ऊपर पायदान पर रहा। नोएडा की तीनों अथॉरिटी का कुल मिलाकर इन्वेस्टमेंट भाग 27 प्रतिशत रहा है। जेवर एयरपोर्ट को लेकर यमुना अथॉरिटी के पास निवेशकों की झड़ी लगी हुई है। इसके साथ ही साथ ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी और नोएडा अथॉरिटी ने भी अपनी जबरदस्त भूमिका के चलते इन्वेस्टरों को खूब लुभाया है। इसीलिए नोएडा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इन्वेस्टरों की सबसे पहली पसंद बन गया है।
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट से यूपी सरकार को 32 लाख 92 हजार करोड़ रुपए का निवेश का प्रपोजल मिला है। इससे 92 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इस बार भी इन्वेस्टमेंट के मामले में यूपी में पहले स्थान पर नोएडा रहा है। यूपी में होने वाले कुल निवेश का करीब 27 फीसदी निवेश अकेले नोएडा में आया है।
उसके बाद आगरा और लखनऊ का नंबर है। वहीं सबसे कम निवेश के मामले में सिद्धार्थनगर रहा। यहां कुल 128 कंपनियों से महज 650 करोड़ रुपए का निवेश का प्रस्ताव आया है। पूरे इन्वेस्टमेंट का ये सिर्फ 0.2 फीसदी है।
समिट के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 18,645 एमओयू साइन हो चुके हैं। इसमें नोएडा और आगरा जैसे शहरों की बदौलत सबसे ज्यादा निवेशक पश्चिमी यूपी के लिए मिले हैं। कुल निवेश का 45 फीसदी वहां पर आएगा।
इसके बाद पूर्वांचल का नंबर है। यहां भी 29 फीसदी निवेश आया है। ऐसे में पश्चिमांचल और पूर्वांचल मिलकर 74 फीसदी के निवेश का प्रस्ताव है। बाकी बचे मध्यांचल और बुंदेलखंड में 13-13 फीसदी निवेशक आए हैं।
रिलायंस ग्रुप यूपी में 75 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहा है। इससे एक लाख करोड़ रुपए का निवेश आएगा। रिलायंस प्रदेश में अक्षय योजना के तहत 10 जीडब्ल्यू की रिन्यूबल एनर्जी क्षमता को स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि 2023 के अंत तक यूपी के सभी शहरों में 5जी सर्विस मिलेगा।
यूएई से 21622 करोड़, कनाडा और यूएसए से 21922.5 करोड़ , नीदरलैंड और फ्रांस से 10704 करोड़, जपान और दक्षिण कोरिया से 25456 करोड़, जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन से 176740 करोड़ रुपए, मेक्सिको, ब्राजील, अर्जेटीना से 1300 करोड़, सिंगापुर और आस्ट्रेलिया से 26120 करोड़, यूके और यूएसए से 467106.415 करोड़ रुपए का निवेश का प्रस्ताव आया है।
इनवेस्टर्स समिट को लेकर गौतमबुद्ध नगर से 7 लाख 85 हजार 937 करोड़ के प्रस्ताव आए। इसमें से 7 लाख 45 हजार 815 करोड़ के एमओयू साइन हुए। इसमें सबसे ज्यादा प्रस्ताव यमुना विकास प्राधिकरण के 1 लाख 6 हजार करोड़ के प्रस्ताव आए। इसमें 1 लाख 116 करोड़ के एमओयू साइन किए गए। इस निवेश से एक लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। निवेशकों की अगुवाई में तीनों प्राधिकरण के 90 अधिकारी शामिल हुए हैं।
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के आयोजन में इस बार पूरे यूपी का लक्ष्य 17 लाख करोड़ रुपए कर दिया गया था। जबकि निवेश के प्रस्ताव 21 लाख करोड़ तक आ गए हैं। इसमें अकेले जनपद गौतमबुद्ध नगर का 7 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश है। इसकी बड़ी वजह नोएडा के अधिकारियों का आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, हैदराबाद, दिल्ली, चंडीगढ़ का रोड शो भी है।
यहां निवेश करने वालों में आईटी, आईटीईएस, कॉमर्शियल, इंफ्रास्ट्रक्च र, ग्रुप हाउसिंग डेयरीए एनर्जी, एग्रीकल्चर, एजुकेशन, सिविल एविएशन, मेडिकल एजुकेशन, फॉरेस्ट कंपनियां शामिल है। हालांकि बड़ा निवेश आईटी/आईटीईएस सेक्टर में सबसे ज्यादा हुआ है। नोएडा प्राधिकरण में 88 हजार 700 करोड़ के पास प्रस्ताव आए। इसमें 85 हजार 993 करोड़ के एमओयू साइन किए गए।
ये साइन 361 कंपनियों की ओर से किए गए। जिनमें लुलू मॉल प्रबंधन की ओर से 2500 करोड़, आडनी की ओर से 5000 करोड़, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से 7500 करोड़ रुपए, इंजिका से 4300 करोड़, क्लियर लेक प्राइवेट लिमिटेड से 4000 करोड़, थीम कांउटी प्राइवेट लिमिटेड से 3200 करोड़, गोदरेज प्रॉपर्टी लिमिटेड से 2400 करोड़, फेयरफोक्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड से 2000 करोड़, रोज बेरी स्टेट एलएलपी से 2000 करोड, थीम काउंटी प्राइवेट लिमिटेड से 2000 करोड़, महागुन इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड से 1800 करोड़, कैंनसिलर कंस्लटेंसी से 1200 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव है।
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