नई दिल्ली. अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे हैं, लेकिन आरटीओ में होने वाले ड्राइविंग टेस्ट से बचना चाह रहे हैं तो आपके लिए राहत देने वाली खबर है. जल्द ही आरटीओ में बगैर ड्राइविंग टेस्ट के ही लोग ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकेंगे. इसके लिए सड़क परिवहन मंत्रालय से मान्यता प्राप्त ड्राइविंग टेस्ट सेंटर से ट्रेनिंग लेनी होगी, जिसके बाद सेंटर से एक सर्टिफिकेट मिलेगा. इसके आधार पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाते समय टेस्ट देने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह मान्यता प्राप्त टेनिंग सेंटर 1 जुलाई 2021 से शुरू हो जाएंगे. सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं.
सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार, प्रति वर्ष देश में होने वाले हादसों का एक कारण ट्रेंड ड्राइवरों की कमी होना है. मंत्रालय के अनुसार मौजूदा समय देश में करीब 22 लाख ड्राइवरों की कमी है. इस कमी को पूरा करने और सड़क हादसों को कम करने के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने तय गाइडलाइन के अनुसार देशभर में ड्राइवर टेनिंग सेंटर खोलने की अनुमति दे दी है. लोग मंत्रालय के मानक के अनुसार सेंटर खोल सकते हैं, जिसमें लोगों को ट्रेनिंग दी सकेगी. ट्रेनिंग के बाद टेस्ट लिया जाएगा. टेस्ट पास करने वालों को सेंटर सर्टिफिकेट देगा, जिसके आधार पर बगैर टेस्ट दिए ड्राइविंग लाइसेंस बन सकेगा.
ट्रेनिंग सेंटर के लिए मैदानी इलाके में दो एकड़ और पहाड़ी इलाके में एक एकड़ जमीन की आश्वयकता होगी. एलएमवी और एचएमवी दोनों तरह के वाहनों के लिए सिम्युलेटर अनिवार्य होगा, जिससे ट्रेनिंग दी जाएगी. यहां पर बायोमीट्रिक अटेंडेंस और इंटरनेट के लिए ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी जरूरी होगी. सेंटर में पार्किंग, रिवर्स ड्राइविंग, ढलान, ड्राइविंग आदि ट्रेनिंग देने के लिए ड्राइविंग ट्रैक अनिवार्य होगा. इसमें थ्योरी और सेंगमेंट कोर्स होंगे. सेंटर में सिम्युलेटर की मदद से हाईवे, ग्रामीण इलाके, भीड़भाड़ और लेन में चलने वाली जगहों पर बरसात, कोहरा और रात में वाहन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी.