निर्मला सीतारमण ने कहा- Digital भुगतान में वृद्धि से देश की GDP का बेहतर आकलन करने में मदद मिलेगी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | नई दिल्ली, पीटीआइ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि डिजिटल पेमेंट्स में वृद्धि से देश के आर्थिक विकास का बेहतर आकलन करने में मदद मिलेगी और कर अधिकारी अपने क्लाइंट्स को भुगतान के डिजिटल तरीकों की ओर शिफ्ट होने का सुझाव देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार, चाहे किसी भी पार्टी की सत्ता हो, कर संग्रह में इजाफे की कोशिश करती है और साथ ही, अपनी राजस्व संग्रह की खोज में करदाताओं पर कर का बोझ कम करने की कोशिश भी करती है। ऐसे में कर अधिकारी करदाताओं द्वारा समय पर अनुपालन सुनिश्चित करके इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
वित्त मंत्री ने ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स द्वारा आयोजित नेशनल टैक्स कॉन्फ्रेंस 2020 में कहा, 'जिस तरह हम डिजिटल लेनदेन की तरफ बढ़ रहे हैं, हमे उम्मीद है कि नकद लेनदेन से लोगों का मोह कम होगा, जब तक कि यह इतनी छोटी राशि हो कि इसके लिए डिजिटल मोड में नहीं जाया जा सके। लेनदेन के डिजिटल तरीके हमेशा उत्साहजनक होते हैं, क्योंकि इस तरह हर लेनदेन कहीं न कहीं दर्ज होता है।'
उन्होंने कहा कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) "कम करके आंका" हुआ रहेगा, यदि वाणिज्यिक लेनदेन निगरानी योग्य रडार के अंतर्गत नहीं आ पाते हैं। उन्होंने कहा, 'अगर ये सब लेनदेन किसी निगरानी नेटवर्क में लाए जाते हैं, तो जीडीपी की गणना भारतीय अर्थव्यवस्था की वास्तविक क्षमता के करीब पहुंच सकती है।'
U P I लेनदेन के लिए प्रतीकात्मक तस्वीर
उन्होंने यह भी कहा कि कर अधिकारी आज सबसे महत्वपूर्ण घटक हैं, क्योंकि वे कर निर्धारणकर्ता को शिक्षित करते हैं, उन्हें सलाह देते हैं। उन्हें इस तरह से योजना बनाने में मदद करते हैं, ताकि वे एक इमानदार करदाता की तरह समय पर कर का भुगतान कर सके।