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पिछले कुछ सालों में शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट का चलन काफी बढ़ गया है. ऐसे में ये Demat अकाउंट भी काफी पॉप्यूलर हो गया है. जानिए इसे खोलने की स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस के बारे में.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। New Demat Account: देश में अगर आपको स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करना है या कोई स्टॉक खरीदना है तो इसके लिए आपके पास डीमेट (Demat) अकाउंट होना अनिवार्य है. पिछले कुछ सालों में ट्रेडिंग और शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने को लेकर चलन काफी बढ़ गया है. मार्केट में ऐसी कई कंपनियां और ऐप मौजूद हैं जो आज लोगों को आसानी से स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने की सुविधा मुहैया कर रही हैं. ऐसे में ये Demat अकाउंट भी काफी पॉप्यूलर हो गया है और आम लोगों के बीच भी इस अकाउंट को खुलवाने का चलन बढ़ गया है.
ये हैरत की बात नहीं है कि जहां पहले भारत में लोग अपनी सेविंग्स के लिए ट्रेडिशनल फिक्स्ड डिपॉजिट का इस्तेमाल करते थे. वहीं आज के दौर में इसकी जगह स्टॉक्स और शेयर इन्वेस्टमेंट ने ले ली है. आइए जानते हैं की हम आसानी से कैसे ये Demat अकाउंट खोल सकते हैं.
क्यों जरूरी है Demat अकाउंट
Demat अकाउंट इंवेस्टर के लिए शेयर और सिक्यूरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फोर्म में होल्ड करने की प्रोसेस को आसान बनाता है. इसका मकसद शेयर सर्टिफिकेट को इलेक्ट्रॉनिक फोर्म में कन्वर्ट करना है, जिस से कि इंवेस्टर आसानी से अपने अकाउंट को मैनेज कर सकें.
Demat अकाउंट खोलने के लिए किन डॉक्युमेंट्स की है जरुरत
आपको अपना Demat अकाउंट खोलने में कोई परेशानी ना हो इसके लिए आपके पास सभी जरूरी डॉक्युमेंट्स मौजूद होने चाहिए. आइए जानते हैं Demat अकाउंट खोलने के लिए आपको किन किन डॉक्युमेंट्स की जरुरत होती है.
भारत सरकार से मान्यता प्राप्त आईडी प्रूफ जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेन्स
ऐड्रेस प्रूफ जैसे कि लीज एग्रीमेंट, ड्राइविंग लाइसेन्स, पासपोर्ट, लैंडलाइन टेलीफोन बिल, बिजली का बिल, गैस बिल वगैरह
बैंक पासबुक या बैंक का स्टेटमेंट. ये आपके बैंक अकाउंट का प्रूफ होगा. ध्यान रहें कि ये स्टेटमेंट तीन महीने से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए.
लेटेस्ट सैलरी स्लिप या आपका इनकम टैक्स रिटर्न. ये आपकी इनकम का प्रूफ होगा
इन आसान स्टेप्स का इस्तेमाल कर खोलिए अपना Demat अकाउंट
स्टेप 1: सबसे पहले अपनी जरुरत के हिसाब से अपने depository participant का चुनाव करें. भारत में इसके लिए आपको National Securities Depositories Ltd (NSDL) और Central Depositories Services Ltd (CDSL) का विकल्प मिलता है. भारत में बैंक, स्टॉकब्रोकर और ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्लेटफ़ॉर्म ये सर्विस उपलब्ध कराते हैं.
स्टेप 2: NSDL या CDSL में से जो भी depository participant आप चुनते हैं उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाए और नए Demat अकाउंट का फोर्म भरें. साथ ही अपने अकाउंट के लिए नॉमिनी का नाम भी दर्ज कराएं.
स्टेप 3: इसके साथ ही अपनी केवायसी (KYC) डिटेल्स भी यहां दर्ज कराएं.
स्टेप 4: सभी KYC डॉक्युमेंट्स जिसमें आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट और इनकम प्रूफ शामिल है की स्कैंड कॉपी (scanned copy) सबमिट करें.
स्टेप 5: इसके बाद आपको 'In-Person Verification' (IPV) की वेरिफ़िकेशन प्रोसेस को फ़ॉलो करना होगा. ये एक अनिवार्य स्टेप है. आप ऑनलाइन या अपने depository participant के ऑफिस पर जाकर ये वेरिफ़िकेशन प्रोसेस कर सकते हैं.
स्टेप 6: इसके बाद आपको अपने depository participant के साथ एक एग्रीमेंट पर साइन करना होगा. इस एग्रीमेंट में इस साझेदारी के दौरान आपकी और depository participant दोनों के अधिकार और ड्यूटी को लेकर जानकारी होती है. ॰
स्टेप 7: आपके सभी डॉक्युमेंट्स को चेक करने के बाद आपके Demat अकाउंट खोलने की रिक्वेस्ट को मंज़ूर किया जाता है.
स्टेप 8: सबसे आखिर में आपको एक यूनीक बेनिफिसियल ओनर आइडेंटिफ़िकेशन नंबर (BO ID) इश्यू किया जाएगा. इसकी मदद से आप ऑनलाइन अपने Demat अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं.
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