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ट्रेनों को टक्कर से बचाने के लिए बनाया नया कवच

Teja
21 Feb 2022 9:14 AM GMT
ट्रेनों को टक्कर से बचाने के लिए बनाया नया कवच
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रेल गाड़ियों को टक्कर से बचाने के लिए स्वदेशी प्रणाली ‘कवच’ को विकसित किया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | देश में ट्रेन से सफर अब ज्यादा सुरक्षित होगा. भारतीय रेलवे (Indian Railways) का पूर्व मध्य रेलवे (ECR) जोन, अपने जोन से गुजरने वाली कई ट्रेनों के सुचारू रूप से चलने के लिए 'कवच' (Kavach) नामक एक एडवांस सिग्नलिंग सिस्टम स्थापित करेगा. आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के तहत 2022-23 में सुरक्षा के लिए स्वदेशी विश्व स्तरीय तकनीक कवच (Kavach Technology) के तहत 2,000 किमी का नेटवर्क लाया जाएगा. यह तकनीक रेल नेटवर्क (Rail network) को सुर‍क्ष‍ित बनाने के साथ उसकी क्षमता को बढ़ाने का काम भी करेगी. Kavach तकनीक एक स्‍वदेशी तकनीक है. इसे देश में ही विकसित किया गया है.

ECR के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) वीरेंद्र कुमार ने कहा कि यह प्रणाली पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन (Pt Deen Dayal Upadhyaya Junction)-गया (Gaya)-धनबाद (Dhanbad) ग्रैंड कॉर्ड रूट पर लगाई जाएगी और इसके लिए 151 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत का टेंडर जारी किया गया है.
कुमार ने हिन्दुस्तान टाइम्स को कहा, 408 किलोमीटर लंबा पं दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन-गया-धनबाद ग्रैंड कॉर्ड मार्ग हमारे देश में 77 स्टेशन और 79 लेवल क्रॉसिंग फाटकों को कवर करने वाला एक महत्वपूर्ण और व्यस्ततम रेलवे मार्ग है. डिवीजन ने इस रूट पर 130 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से ट्रेन चलाने की अनुमति दी है.
क्या है कवच सिस्टम?
सिस्टम के महत्व के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, कवच एक टक्कर रोधी तकनीक है जो हमें रेलवे पटरियों पर जीरो दुर्घटनाओं को प्राप्त करने में मदद करेगी. सिस्टम माइक्रो प्रोसेसिंग, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम और रेडियो कम्युनिकेशन पर काम करता है. डिवाइस को पूरे रूट पर स्थित स्टेशनों से सीधे रेडियो सिस्टम के माध्यम से जोड़ने वाले इंजनों के केबिन के अंदर स्थापित किया जाएगा.
सिस्टम रिसर्च डिजाइन और स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन द्वारा विकसित की गई है. डिवाइस में इनबिल्ट ऑटोमैटिक ब्रेक सिस्टम है जो सेंसर के जरिए पैसेंजर ट्रेनों के आगे या पीछे की टक्कर की संभावनाओं की जांच करेगा.
कैसे करेगा काम?
रेलवे की टकराने की घटना को रोकने के लिए भारतीय रेल द्वारा पूर्ण रूप से स्वदेशी प्रणाली TCAS (Train collision Avoidance system) विकसित की गई है. भारतीय रेलवे पर सिग्नल को लाल अवस्था में में पार न करने, अनुमत गति से अधिक गति से ट्रेन ना चलाने एवं आमने-सामने टकराने वाले दुर्घटनाओं को रोकने हेतु बचाव प्रणाली TCAS विकसित की गई है जिसे 'कवच' नाम दिया गया है.
टीसीएएस मूवमेंट अथॉरिटी का निरंतर अपडेट प्रदान करता है. इसलिए असुरक्षित स्थितियों के दौरान जब ब्रेक लगाना जरूरी हो जाता है और क्रू या तो ऐसा करने में विफल रहता है या ऐसा करने की स्थिति में नहीं होता है, तो ऑटोमेटिक ब्रेक लगाया जा सकता है.


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