आज के आधुनिक होते दौर में लगभग हर इंसान टेक फ्रेंडली होता जा रहा है. कुछ भी सर्च करने के लिए गूगल सर्च एक भरोसे का साधन बनता जा रहा है. अपनी शंकाओं को दूर करने के साथ लोग किसी संस्थान, दुकान या किसी भी सर्विस के लिए गूगल पर कॉन्टैक्ट नंबर खंगालते हैं. लेकिन ये आदत ठीक नहीं है. गूगल सर्च में आपकी स्क्रीन के सामने आया नंबर फेक हो सकता है. इस फेक नंबर पर भरोसा कर आप ठगी का शिकार हो सकते हैं. आइये आपको बताते हैं गूगल सर्च से जुड़े मुंबई के एक चौंका देने वाला मामले के बारे में.
मुंबई में चौंका देने वाला मामला
मुंबई में एक 49 वर्षीय महिला फूड डिलीवरी ऐप से कुछ मंगाना चाहती थी. उसने ऑर्डर प्लेस करने के लिए 1000 रुपये की पेमेंट कई बार की. बार-बार महिला की पेमेंट फेल होती जा रही थी. जिससे आजिज आकर महिला ने गूगल पर संबंधित दुकान का नंबर खंगाला.
महिला जालसाजी का शिकार
नंबर मिलने के महिला ने पेमेंट के लिए कॉल किया. कॉल पिक करने वाले ने उनसे उनके क्रेडिट कार्ड की डिटेल मांगी. इतना ही नहीं शख्स ने महिला से उनके मोबाइल पर आए ओटीपी नंबर के बारे में भी पूछा. महिला समझ नहीं पाई और उसने OTP शेयर कर दिया. ओटीपी शेयर करते ही महिला के बैंक खाते से 2,40,310 रुपये कट गए.
पुलिस ने दिखाई तेजी
इस पूरे मामले के बारे में महिला ने पुलिस को बताया. शुक्र रहा कि महिला ने तत्परता दिखाई और महिला के 2,27,205 रुपये बच गए. ऐसे में यह जान लेना बेहद जरूरी है कि गूगल पर दिकने वाले सभी फोन नंबर ऑथेंटिक नहीं होते. इसका एक ही उपाय है कि कस्टमर केयर नंबर या फिर शॉप की ऑफिशियल वेबसाइट से ही कॉन्टेक्ट डिटेल इस्तेमाल करें.