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एनसीएलएटी इस मामले पर अब 2 फरवरी को सुनवाई करेगा

Teja
13 Jan 2022 11:57 AM GMT
एनसीएलएटी इस मामले पर अब 2 फरवरी को सुनवाई करेगा
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एमेजॉन का कहना है कि एफआरएल ने रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) के साथ 24,713 करोड़ रुपये का बिक्री करार कर 2019 में उसके साथ हुए निवेश समझौते का उल्लंघन किया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के हाल के आदेश को चुनौती देने वाली ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन (Amazon) की याचिका पर सुनवाई करते हुए सीसीआई और फ्यूचर कूपन्स (Future Coupons) को नोटिस जारी किए. सीसीआई ने अपने आदेश में फ्यूचर समूह की कंपनी फ्यूचर कूपन्स प्रालि (FCPL) के साथ सौदे को लेकर दी गयी दो साल से अधिक पुरानी मंजूरी को निलंबित कर दिया है. अपीलेट ट्रिब्यूनल ने सीसीआई और एफसीपीएल को अगले दस दिन के भीतर जवाब देने और एमेजॉन से इस पर प्रत्युत्तर देने को कहा है. एनसीएलएटी इस मामले पर अब दो फरवरी को सुनवाई करेगा.

CII ने एमेजॉन पर लगाया था 200 करोड़ का जुर्माना- एमेजॉन की याचिका पर न्यायामूर्ति एम वेणुगोपाल और न्यायमूर्ति वी पी सिंह की दो सदस्यीय पीठ ने सुनवाई की. प्रतिस्पर्धा आयोग ने पिछले महीने फ्यूचर रिटेल लि. की प्रवर्तक फ्यूचर कूपन्स प्राइवेट लि. में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने को लेकर Amazon के सौदे को 2019 में दी गयी मंजूरी को निलंबित कर दिया था. साथ ही ई-कॉमर्स कंपनी पर 202 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था.
फ्यूचर-एमेजॉन के बीच ऐसे शुरू हुआ था विवाद
दरअसल, अगस्त 2019 में एमेजॉन ने फ्यूचर रिटेल की प्रमोटर इकाई फ्यूचर कूपन में करीब 1,500 करोड़ रुपये में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. एमेजॉन ने फ्यूचर के साथ यह भी करार किया था कि वह 3 से लेकर 10 साल के बीच सूचना डिटेल्स को भी खरीद सकती है. फ्यूचर कूपंस के पास फ्यूचर समूह की बीएसई में सूचीबद्ध कंपनी फ्यूचर रिटेल की 7.3 फीसदी हिस्सेदारी है.
एक साल बाद, अगस्त 2020 में, फ्यूचर ग्रुप ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ 3.4 अरब डॉलर एसेट-सेल डील कर लिया. 29 अगस्त 2020 को फ्यूचर ग्रुप ने रिलायंस के साथ अपने करार की घोषणा रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ उसका यह करार 24,713 करोड़ रुपये का है. इसी के बाद से ये विवाद शुरू हुआ.
फ्यूचर-रिलायंस डील पर एमेजॉन ने दर्ज कराई थी आपत्ति
एमेजॉन ने सिंगापुर स्थित अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र में फ्यूचर-रिलायंस सौदे को लेकर अपनी आपत्तियां रखी हैं. इस सुनवाई को निरस्त करने की मांग फ्यूचर समूह ने की थी. एमेजॉन इस मामले को अक्टूबर, 2020 में सिंगापुर मध्यस्थता केंद्र में लेकर आई थी. एमेजॉन का कहना है कि एफआरएल ने रिलायंस ग्रुप की कंपनी रिलायंस रिटेल के साथ 24,500 करोड़ रुपये का बिक्री करार कर 2019 में उसके साथ हुए निवेश समझौते का उल्लंघन किया है.
सीसीआई) ने फ्यूचर रिटेल के साथ दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन की डील को रद्द कर दिया है. इसके साथ ही, सीसीआई ने अमेरिकी कंपनी पर 200 करोड़ रुपये का भारी भरकम जुर्माना भी लगाया है.


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