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नागेश्वरन का कहना, भारतीय इकोनॉमी कब पहुंचेगी 5 ट्रिलियन डॉलर के मार्क पर, जानिए
Bhumika Sahu
2 Feb 2022 3:31 AM GMT
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CEA नागेश्वरन ने बजट पेश किए जाने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर हम 8 प्रतिशत की जीडीपी दर को बरकरार रखते हैं तो हमें वित्त वर्ष 2025-26 या 2026-27 तक 5 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी अनंत नागेश्वरन ने कहा है कि अगर देश की जीडीपी दर 8 प्रतिशत तक बनी रहती है तो उसके वित्त वर्ष 2026 या 2027 तक 5 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है। नागेश्वरन ने बजट पेश किए जाने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर हम 8 प्रतिशत की जीडीपी दर को बरकरार रखते हैं तो हमें वित्त वर्ष 2025-26 या 2026-27 तक 5 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है।
भारत की आर्थिक वृद्धि 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान
इस संवाददाता सम्मेलन से पहले संसद में अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि कुल मिलाकर, तेजी से अपने मूल स्वरूप को हासिल करना और वृद्धि दर को प्राप्त करना हमारे देश की अर्थव्यवस्था के मजबूत लचीलेपन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है।
अर्थव्यवस्था के 8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद
सोमवार को आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 में कहा गया था कि भारत की अर्थव्यवस्था के अगले वित्त वर्ष में 8 से 8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। सर्वेक्षण के अनुसार, देश की अर्थव्यवस्था के तेजी से पटरी पर लौटने, व्यापक टीकाकरण अभियान के साथ-साथ आपूर्ति-पक्ष के सुधारों के लाभ, जोरदार निर्यात और पूंजी खर्च से भारतीय अर्थव्यवस्था की जीडीपी दर 2022-23 में 8.5 प्रतिशत रह सकती है।
2022-23 में विकास दर को मिलेगा फायदा
व्यापक वैक्सीन कवरेज, आपूर्ति-पक्ष सुधारों से लाभ और नियमों में ढील, मजबूत निर्यात वृद्धि और पूंजीगत खर्च को बढ़ाने के लिए राजकोषीय स्थान की उपलब्धता का फायदा 2022-23 में विकास दर को मिलेगा। सर्वेक्षण में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था को उबारने में सहायता प्रदान करने के लिए आने वाला वर्ष निजी क्षेत्र के निवेश में एक बेहतर स्थिति के लिए अच्छी तरह से तैयार है। सर्वेक्षण में यह भी बताया गया है कि वैश्विक वातावरण अभी भी अनिश्चित बना हुआ है।
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