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मुकेश अंबानी ने Cryptocurrency बिल का किया खुला समर्थन, कही ये बात

Renuka Sahu
4 Dec 2021 3:39 AM GMT
मुकेश अंबानी ने Cryptocurrency बिल का किया खुला समर्थन, कही ये बात
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फाइल फोटो 

Cryptocurrency Bill का देश की सबसे अमीर शख्‍सियत मुकेश अंबानी ने खुला समर्थन किया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Cryptocurrency Bill का देश की सबसे अमीर शख्‍सियत मुकेश अंबानी ने खुला समर्थन किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख अंबानी ने व्यक्तिगत जानकारी की निजता और क्रिप्टोकरंसी पर प्रस्तावित बिल का समर्थन करते हुए कहा कि भारत आगे ले जाने वाली नीतियां और नियम लेकर आ रहा है। डिजिटल रूप से सूचनाओं के भंडारण की सख्त व्यवस्था होने के समर्थक अंबानी ने कहा कि देशों को रणनीतिक डिजिटल ढांचा खड़ा करने और उसकी सुरक्षा के इंतजाम करने का पूरा अधिकार है।

अंबानी ने व्यक्तिगत जानकारी या आंकड़े को नई उपमा देते हुए कहा कि हरेक नागरिक की प्राइवेसी के अधिकार को सुरक्षित रखा जाना चाहिए। अंबानी ने आईएफएससीए के तत्वावधान में आयोजित Infinity Forum में कहा, "भारत आगे ले जाने वाली नीतियां और नियम लेकर आ रहा है।"
उन्होंने कहा कि भारत में पहले से ही आधार, डिजिटल बैंक खातों और डिजिटल भुगतान के जरिये डिजिटल पहचान का एक मजबूत ढांचा खड़ा है। ऐसी स्थिति में व्यक्तिगत जानकारी की निजता और क्रिप्टोकरंसी के लिए बिल लाया जाना एकदम सही कदम है।
अंबानी ने कहा कि आंकड़े और डिजिटल ढांचा भारत और दुनिया के हरेक देश के लिए रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण है। हरेक देश को इस रणनीतिक डिजिटल ढांचे के निर्माण एवं सुरक्षा का पूरा अधिकार है। हालांकि उन्होंने कहा कि सीमापार लेन-देन और साझेदारियों पर इसके असर को रोकने के लिए एक वैश्विक मानक की जरूरत है।
उन्होंने हरेक नागरिक की निजता को सुरक्षित रखने पर जोर देते हुए कहा कि सही नीतियों और नियामकीय स्‍ट्रक्‍चर लाकर व्यक्तिगत जानकारी व डिजिटल ढांचे की सुरक्षा को लेकर देश की जरूरत के साथ संतुलन बिठाना होगा।
उन्होंने खुद को ब्लॉकचेन तकनीक का पुरजोर समर्थक बताते हुए कहा कि यह क्रिप्टोकरंसी से अलग है। एक अच्‍छे समाज के लिए ब्लॉकचेन तकनीक बेहद अहम है। हमारी अर्थव्यवस्था की जान कही जाने वाली सप्‍लाई चेन को आधुनिक बनाने में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। अंबानी ने कहा कि देश पूरी तरह 2जी से 4जी में बदल रहा है। लेकिन अगले साल 5जी आने के साथ भारत सबसे उन्नत डिजिटल ढांचे वाले देशों में शुमार हो जाएगा।
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