व्यापार
मुकेश अंबानी को लगा बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने Amazon के पक्ष में सुनाया फैसला
Bhumika Sahu
6 Aug 2021 6:07 AM GMT
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Amazon-Future Case: इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एमेजॉन के पक्ष में फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप के बीच हुई 24,713 करोड़ की डील पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Amazon Future Deal: मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल और किशोर बियानी की फ्यूचर ग्रुप के बीच हुई 24,713 करोड़ की डील (Reliance Future Group Deal) में मुकेश अंबानी को बड़ा झटका लगा है. आज इस डील की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हुई. सुप्रीम कोर्ट ने एमेजॉन के पक्ष में फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा इस मामले में Emergency Arbitrator का फैसला लागू करने योग्य है. इमरजेंसी आर्बिट्रेटर ने फ्यूचर रिटेल की डील पर रोक का आदेश जारी किया था.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि Future Retail का रिलायंस रिटेल के साथ 3.4 अरब डॉलर की डील आर्बिट्रेटर के फैसले को लागू करने के योग्य है. आर्बिट्रेटर ने इस डील पर रोक का आदेश जारी किया था जिसके तहत फ्यूचर रिटेल ने अपना पूरा बिजनेस रिलायंस रिटेल को बेच दिया था. एमेजॉन ने रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप के बीच हुई इस डील का अलग-अलग अदालतों में विरोध किया था. जानकारी के लिए बता दें कि सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेटर सेंटर (SIAC) को ही इमरजेंसी आर्बिट्रेटर कहते हैं.
SC rules in favour of Amazon, says Singapore's Emergency Arbitrator award against FRL-Reliance Retail merger enforceable here
— Press Trust of India (@PTI_News) August 6, 2021
अगस्त 2020 में रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप की हुई थी डील
सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेटर ने अक्टूबर 2020 में रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप की डील पर रोक का आदेश जारी किया था. इसके साथ ही तीन मेंबर की पैनल का भी गठन किया गया था. अभी तक इस पैनल ने अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है. रिलायंस रिटेल ने अगस्त 2020 में फ्यूचर ग्रुप के रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग बिजनेस के अधिग्रहण का ऐलान किया था.
जानिए क्या है एमेजॉन का विरोध
एमेजॉन ने फ्यूचर रिटेल की प्रमोटर कंपनी Future Coupons में 49 फीसदी हिस्सेदारी दिसंबर 2019 में खरीदी थी. अगस्त 2020 में जब फ्यूचर ग्रुप ने रिलायंस रिटेल को अपना सारा रिटेल बिजनेस बेचने का फैसला किया तो एमेजॉन ने इसका विरोध किया. एमेजॉन का कहना था कि यह फ्यूचर-एमेजॉन के बीच हुए अग्रीमेंट के खिलाफ है. इसके बाद एमेजॉन ने अलग-अलग कोर्ट में इस डील के खिलाफ अपील दायर की थी. अक्टूबर में SIAC ने एमेजॉन के पक्ष में अपना फैसला सुनाया था.
रिलायंस में गिरावट से बाजार लाल निशान में
इस खबर के सामने आने के बाद रिलायंस के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. सुबह के 11 बजे रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.79 फीसदी की गिरावट (38.30 रुपए) के साथ 2095.95 रुपए के स्तर पर आ गया. रिलायंस में गिरावट के कारण बाजार में भी गिरावट देखने को मिल रही है. इस समय सेंसेक्स 157 अंकों की गिरावट के साथ 54335 के स्तर पर और निफ्टी 22 अंकों की गिरावट के साथ 16272 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. सेंसेक्स पर इस समय रिलायंस टॉप लूजर्स है.
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