व्यापार

मूडीज ने घटाया भारत के GDP ग्रोथ का अनुमान

Kajal Dubey
2 Sep 2022 6:35 PM GMT
मूडीज ने घटाया भारत के GDP ग्रोथ का अनुमान
x
रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) ने साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर (GDP growth) का अनुमान कम कर दिया है। मूडीज ने इसे कम करके 7.7 फीसदी कर दिया है। लगातार बढ़ती ब्याज दरें और असमान मानसून का हवाला देते हुए मूडीज वृद्धि दर को घटाया है। इसके अलावा एजेंसी ने कहा है कि धीमी वैश्विक वृद्धि आर्थिक गति को क्रमिक आधार पर कम करेगी। आर्थिक गति क्रमिक आधार पर कम होने से 2023 में और भी कम, 5.2 फीसदी रह सकती है। इससे पहले मई के महीने में मूडीज ने साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के 8.8 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया था। मूडीज ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस साल आक्रामक रूख बनाए रख सकता है। इसके साथ ही घरेलू मुद्रास्फीति दबाव को बढ़ने से रोकने के लिए सख्त नीतिगत रूख भी अपनाया जा सकता है।

रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) ने साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर (GDP growth) का अनुमान कम कर दिया है। मूडीज ने इसे कम करके 7.7 फीसदी कर दिया है। लगातार बढ़ती ब्याज दरें और असमान मानसून का हवाला देते हुए मूडीज वृद्धि दर को घटाया है। इसके अलावा एजेंसी ने कहा है कि धीमी वैश्विक वृद्धि आर्थिक गति को क्रमिक आधार पर कम करेगी। आर्थिक गति क्रमिक आधार पर कम होने से 2023 में और भी कम, 5.2 फीसदी रह सकती है।

इससे पहले मई के महीने में मूडीज ने साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के 8.8 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया था। मूडीज ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस साल आक्रामक रूख बनाए रख सकता है। इसके साथ ही घरेलू मुद्रास्फीति दबाव को बढ़ने से रोकने के लिए सख्त नीतिगत रूख भी अपनाया जा सकता है। (GDP growth) का अनुमान कम कर दिया है। मूडीज ने इसे कम करके 7.7 फीसदी कर दिया है। लगातार बढ़ती ब्याज दरें और असमान मानसून का हवाला देते हुए मूडीज वृद्धि दर को घटाया है। इसके अलावा एजेंसी ने कहा है कि धीमी वैश्विक वृद्धि आर्थिक गति को क्रमिक आधार पर कम करेगी। आर्थिक गति क्रमिक आधार पर कम होने से 2023 में और भी कम, 5.2 फीसदी रह सकती है।
इससे पहले मई के महीने में मूडीज ने साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के 8.8 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया था। मूडीज ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस साल आक्रामक रूख बनाए रख सकता है। इसके साथ ही घरेलू मुद्रास्फीति दबाव को बढ़ने से रोकने के लिए सख्त नीतिगत रूख भी अपनाया जा सकता है।
न्यूज़ क्रेडिट :खुलासा इन
Next Story