x
इस पैसे को एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) ने 98 सहयोगी कंपनियों में लगाया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ABG Shipyard Bank Fraud : देश के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड मामले में एक के बाद एक नई जानकारी सामने आ रही है. इस मामले में सीबीआई की तरफ से केस दर्ज किए जाने के बाद यह सामने आया है कि अलग-अलग बैंकों से लिए गए इस पैसे को एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) ने 98 सहयोगी कंपनियों में लगाया है.
12 फरवरी को दर्ज किया था मामला
ईटी नाऊ (ET Now) ने सीबीआई के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. सीबीआई ने देश के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड 22,842 करोड़ के मामले में 12 फरवरी को एबीजी शिपयार्ड और उसके तत्कालीन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
वित्त मंत्री ने बैंकों की तारीफ
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का इस मामले पर पहली बार बयान सामने आया था. उन्होंने सोमवार को कहा था कि एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में 5 साल का समय लगाया. उन्होंने कहा धोखाधड़ी का पता लगाने में जो समय लगा वह नॉर्मल से कम है.
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर साधा था निशाना
सीतारमण ने कहा था कि एबीजी कंपनी को लोन यूपीए सरकार के दौरान दिया गया था. खाता भी 2013 में ही एनपीए बन गया था. सभी बैंकों ने कंपनी को दिए गए लोन की रिस्ट्रक्चरिंग मार्च 2014 में की थी. लेकिन इसकी वसूली नहीं हो सकी. कांग्रेस ने एबीजी शिपयार्ड के 22,842 करोड़ रुपये के फ्रॉड मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
Next Story