जनता से रिश्ता वेबडेस्क| भारत और इंग्लैंड (India vs England) की टीमों के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर दूसरा टेस्ट मैच शुरू हो चुका है. दोनों टीमों ने अपनी अंतिम-11 में बदलाव किए हैं. इंग्लैंड टीम तीन बदलाव के साथ उतरी है तो वहीं भारत ने एक बदलाव किया है. लेकिन इस एक बदलाव की चर्चा क्रिकेट जगत में हो रही है. विराट कोहली (Virat Kohli) ने चोटिल शार्दुल ठाकुर के स्थान पर इशांत शर्मा (Ishant Sharma) को टीम में जगह दी है, हालांकि उम्मीद की जा रही थी कि रविचंद्रन अश्विन को इस टेस्ट मैच में मौका मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. टीम मैनेजमेंट ने चार तेज गेंदबाजों के साथ जाने का फैसला किया. अश्विन अंतिम-11 में न देखकर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) खुश नहीं हैं.
वॉन ने कहा है कि इंग्लैंड ने तो सही टीम का चुनाव किया लेकिन भारत ने इसमें गलती कर दी. वॉन के मुताबिक अश्विन को टीम में होना चाहिए था. वॉन ने ट्वीट करते हुए लिखा, "लग रहा है कि इंग्लैंड ने सही टीम चुनी है लेकिन भारत ने नहीं. अश्विन को भारतीय टीम में होना चाहिए था ताकि उनकी बल्लेबाजी को मदद मिलती साथ ही वह शानदार गेंदबाज भी हैं. वह हर तरह की परिस्थिति में अच्छी गेंदबाजी करते हैं. गेंदबाजी के लिए परफेक्ट दिन. लगता है कि आज विकेटों का दिन है."
कोहली ने दिया ये तर्क
ठाकुर की मांसपेशियों में खिंचाव है जिसके कारण वह दूसरे टेस्ट मैच में नहीं खेल रहे हैं. ठाकुर बल्ले से भी योगदान देने में समर्थ है और इसलिए उम्मीद की जा रही थी कि उनकी जगह अश्विन आएंगे लेकिन कोहली ने ऐसा नहीं किया. कोहली ने टॉस के दौरान बताया कि उन्होंने 12 खिलाड़ियों का चयन किया था और इसमें अश्विन का स्थान 12वां था, लेकिन चोट से ठीक होकर लौटे इशांत को स्थितियों को देखने के बाद टीम में शामिल करने का फैसला किया गया. कोहली ने कहा, "हमने अपनी टीम के लिए अंदर ही 12 खिलाड़ियों के नाम का ऐलान किया था और अश्विन इसका हिस्सा थे. लेकिन पिच को देखने के बाद और इस बात पर विचार करने के बाद कि चौथा तेज गेंदबाज किस तरह से हमारे लिए एक आक्रामक विकल्प हो सकता है, एक टीम के तौर पर हमें यह बात ज्यादा समझ में आई."
इशांत और लॉर्ड्स
इशांत उस मैदान पर खेल रहे हैं जहां उन्होंने अपने करियर के यादगार प्रदर्शनों में से एक किया था. यह बात 2014 की है. इशांत ने एक स्पैल में शानदार गेंदबाजी की थी और 74 रन देकर सात विकेट ले भारत को जीत दिलाई थी. भारत ने तब धोनी की कप्तानी में इंग्लैंड को क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले इस स्टेडियम पर मात दी थी.