एमजी मोटर-रिलायंस : अलग-अलग सेक्टरों में अपने कारोबार का विस्तार कर रही रिलायंस इंडस्ट्रीज क्या ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी उतरेगी? यानी.. जवाब है हां। ब्रिटिश कार मैन्युफैक्चरिंग ब्रांड MG Motor India, जो चीन की ऑटो दिग्गज SAIC के स्वामित्व में काम कर रही है, कहा जाता है कि वह कंपनी में अपनी अधिकांश हिस्सेदारी छोड़ने के लिए तैयार है। यह बताया गया है कि उपयुक्त कंपनियों को इक्विटी बेचने के लिए एमजी मोटर इंडिया की चर्चा एक उन्नत चरण में है। कंपनी के सूत्रों का कहना है कि एमजी मोटर इंडिया रिलायंस इंडस्ट्रीज, हीरो ग्रुप, प्रेम जी इन्वेस्ट और जेएसडब्ल्यू ग्रुप के साथ बातचीत कर रही है।
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के मद्देनजर एमजी मोटर इंडिया की मालिक कंपनी 'एसएआईसी' को भारत में नए सिरे से निवेश करने के लिए नियामकीय दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विकास के अगले चरण के लिए एमजी मोटर इंडिया स्थानीय साझेदारों को लाने पर विचार कर रही है। गुजरात राज्य में कारों, विशेषकर इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण के लिए 5000 करोड़ के निवेश की आवश्यकता है।
एमजी मोटर इंडिया का प्रबंधन लगातार भारतीय कंपनियों के संपर्क में है। कंपनी के सूत्रों के मुताबिक इस साल के अंत तक इस समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है। एमजी मोटर इंडिया एक विश्वसनीय भागीदार की तलाश में है। 2028 तक गुजरात में इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण के लिए 5000 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता है। इस तरह 20 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। रिलायंस, हीरो ग्रुप, प्रेम जी इन वेस्ट और जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने एमजी मोटर इंडिया की प्रबंधन पूछताछ का जवाब देने से इनकार कर दिया।