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रेनॉ ट्राइबर सब 4m MPV क्रॉसओवर को टक्कर देने के लिए मार्केट में फिलहाल कोई दूसरी गाड़ी नहीं है
रेनॉ ट्राइबर सब 4m MPV क्रॉसओवर को टक्कर देने के लिए मार्केट में फिलहाल कोई दूसरी गाड़ी नहीं है. इसकी कीमत से ये गाड़ी भारत में एक दमदार मिड साइज हैचबैक के रूप में काम कर रही है. हाल ही में ग्लोबल NCAP में इस गाड़ी का क्रैश टेस्ट हुआ जहां इसे 4 स्टार की रेटिंग मिली. ट्राइबर हैचबैक के सेगमेंट वाली गाड़ियों की भी ग्लोबल NCAP में टेस्ट हो चुका है. ऐसे में कौन किसपर भारी पड़ा आईए जानते हैं.
ट्राइबर ने यहां सभी हैचबैक गाड़ियों को पीछे छोड़ दिया जहां टक्कर की स्पीड 64 किमी प्रति घंटे की थी. ग्रैंड i10 Nios को यहां आगे की तरफ से सबसे खराब रेटिंग मिली तो वहीं चाइल्ड प्रोटेक्शन के रूप में भी इस गाड़ी ने बेकार प्रदर्शन किया. बता दें कि गाड़ियों की टक्कर के दौरान इनकी स्पीड को 64 किमी प्रति घंटे की रखी गई थी.
सभी मॉडल्स को डुअल फ्रंट बैग्स के साथ टेस्ट किया गया. क्रैश टेस्ट डमी के डेटा रिकॉर्डेड के अनुसार ट्राइबर में ज्यादा सुरक्षा दी गई है जहां ड्राइवर के चेस्ट पर पूरा प्रोटेक्शन मिलता है. रेनॉ MPV यहां फ्रंट पैसेंजर को भी काफी बेहतरीन प्रोटेक्शन देता है. ये ठीक मारुति स्विफ्ट की तरह ही है. हालांकि स्विफ्ट में ड्राइवर के पैस को ज्यादा सुरक्षा नहीं मिलता है, जबकि हुंडई ग्रैंड i10 Nios ने इसमें सबसे घटिया प्रदर्शन किया है.
गाड़ियों को मिली ये रेटिंग
रेनॉ ट्राइबर को 4 स्टार की रेटिंग मिली है तो वहीं मारुति सुजुकी स्विफ्ट को 2 स्टार, हुंडई ग्रैंड i10 Nios के 2 स्टार और फोर्ड फीगो को 3 स्टार की रेटिंग मिली है. बता दें कि NCAP रिपोर्ट में ट्राइबर को लेकर ये खुलासा हुआ है कि, इस गाड़ी का हेड और चेस्ट प्रोटेक्शन काफी अच्छा है वहीं स्विफ्ट में या खतरनाक है. बता दें कि अगर इन गाड़ियों के मॉडल्स को और दमदार तरीके से बनाया जाता तो शायद इनकी सेफ्टी रेटिंग सराहनीय होती. लेकिन कुल मिलाकर रेनॉ ने दमदार प्रदर्शन किया है.
Gulabi
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