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Maruti Suzuki का नया प्लान! लॉन्च करेगी बहुत सी नई कारें, SUV सेगमेंट पर रहेगा फोकस

Kajal Dubey
6 March 2022 4:49 PM GMT
Maruti Suzuki का नया प्लान! लॉन्च करेगी बहुत सी नई कारें, SUV सेगमेंट पर रहेगा फोकस
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पिछले कुछ समय से कंपनी की बिक्री में कमी दर्ज की गई है जो कंपनी के लिए संभवतः चिंता का विषय बना हुआ है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत की सबसे बड़ी वाहन निर्माता मारुति सुजुकी मार्केट में अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए कई नई कारें लॉन्च करने का प्लान बनाया है. घरेलू पैसेंजर वाहन सेगमेंट में कंपनी का मार्केट शेयर जोरदार है और मारुति सुजुकी के एक अधिकारी की मानें तो यहां दबदबे को कायम रखने की तैयारी कंपनी कर रही है. पिछले कुछ समय से कंपनी की बिक्री में कमी दर्ज की गई है जो कंपनी के लिए संभवतः चिंता का विषय बना हुआ है.

SUV Segment पर खास जोर
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आने वाले वक्त में घरेलू यात्री वाहन Segment में दबदबा बनाए रखने के लिए SUV Sub-Segment में मजबूती जरूरी है. घरेलू यात्री वाहन Segment में मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) की बाजार हिस्सेदारी पिछले साल 48 प्रतिशत से घटकर 45 प्रतिशत हो गई थी. इस कमी को भरने के लिए कंपनी SUV Segment पर खासतौर से जोर दे रही है.
SUV Segment में 46 Products हैं
MSI के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (Sales And Marketing) शशांक श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि अगर कंपनी को बाजार में अपने लक्ष्यों को हासिल करना है, तो उसे SUV Segment में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. उन्होंने कहा कि गैर-SUV Segment में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी पिछले पांच वर्षों में बढ़ रही है और सिर्फ SUV जैसे Sub-Segment में वह पीछे है. उन्होंने कहा, "इसलिए, हम अपने SUV पोर्टफोलियो को मजबूत करना चाह रहे हैं ... उद्योग में इस समय SUV Segment में 46 Products हैं. हमारे पास दो हैं - ब्रेजा और एस-क्रॉस."
SUV सेगमेंट में मार्केट शेयर कम
उन्होंने आगे कहा, "ब्रेजा शुरुआती स्तर के SUV Segment में अग्रणी है... तो इसका मतलब है कि भले ही आपके पास ब्रेजा जैसा बेस्ट सेलर हो... SUV Segment में हमारी बाजार हिस्सेदारी कम है. इसका मतलब है कि हमें पोर्टफोलियो को मजबूत करने की जरूरत है और हम ऐसा ही करने की तैयारी कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि यात्री वाहन Segment में SUV की हिस्सेदारी 38 प्रतिशत है, जो पिछले साल 32 प्रतिशत थी


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