नई दिल्ली: मारुति सुजुकी इंडिया को उम्मीद है कि कुल घरेलू यात्री वाहन बाजार में घटती हिस्सेदारी के बावजूद छोटी कार खंड की बिक्री संख्या में वृद्धि जारी रहेगी. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही.
ऐसे वक्त में जब वहनीयता एक प्रमुख चिंता है, जिसके चलते छोटी कार खंड की वृद्धि प्रभावित हुई है, मारुति सुजुकी पहली बार कार खरीदने वालों पर खासतौर से ध्यान दे रही है. ऐसे में कंपनी का फोकस ग्रामीण और उपनगरीय क्षेत्रों - टियर-2 और टियर-3 शहरों के ग्राहकों पर है.
छोटी कार खंड का आकार अभी भी बहुत बड़ा है:
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा को बताया, 'हम मानते हैं कि कुल बिक्री संख्या (छोटी कारों की) में वृद्धि होगी, लेकिन यात्री वाहनों की कुल संख्या के प्रतिशत के रूप में, जो इस समय 38 प्रतिशत है, इसमें कमी हो सकती है. कुल यात्री वाहनों के बाजार में हैचबैक की हिस्सेदारी लगभग 45-46 प्रतिशत थी, लेकिन पिछले साल यह लगभग 38 प्रतिशत तक गिर गया. दूसरी ओर एसयूवी खंड की हिस्सेदारी बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई और यह सबसे अधिक बिक्री वाला खंड बन गया. उन्होंने कहा कि यदि आप बिक्री संख्या के लिहाज से देखें तो छोटी कार खंड का आकार अभी भी बहुत बड़ा है.
इस खंड में मांग मजबूत बनी रहेगी:
यह पूछने पर कि एमएसआईएल को छोटी कार खंड को लेकर तेजी की उम्मीद क्यों है, श्रीवास्तव ने कहा कि भविष्य में भारत की आर्थिक वृद्धि के साथ परिवहन संबंधी जरूरतें भी बढ़ेंगी. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसे ग्राहक होंगे, जो पहली बार कार खरीद रहे हैं. पहली बार कार खरीदने वाले होंगे, तो इसका मतलब है कि हैचबैक की मांग बनी रहेगी. श्रीवास्तव ने कहा कि हम अभी भी प्रति व्यक्ति उच्च डीजीपी वाला देश नहीं हैं, जहां लोग सीधे बड़ी कार या महंगी कार खरीदते हैं. उन्होंने कहा, 'यही वजह है कि हमें भरोसा है कि इस खंड में मांग मजबूत बनी रहेगी.
न्यूज़ क्रेडिट: firstindianews