भारतीय : भारतीय बाजारों की चाल इस हफ्ते घरेलू मैक्रोइकोनॉमिक डाटा, वैश्विक बाजारों की चाल, तिमाही नतीजे और विदेशी निवेशकों की ओर से शेयर बाजार में किए जा रहे निवेश पर निर्भर करेगी। साथ ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमत में उतार- चढ़ाव का भी असर शेयर बाजार पर दिख सकता है। स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहना है कि मैक्रोइकोनॉमिक के नजरिए से देखा जाए तो बाजार की निगाह यूएस के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डाटा, यूएस सर्विसेज पीएमआई डाटा और यूएस नॉन-फार्म पेरोल डाटा पर होगी। ये वैश्विक बाजारों के बारे में निवेशकों को दृष्टिकोण उपलब्ध कराएंगे और इसका असर बाजारों पर देखने को मिल सकता है। इसके अतिरिक्त विदेशी निवेशकों का रुझान भी बाजार को प्रभावित कर सकता है। साथ ही घरेलू पीएमआई डाटा भी अगस्त के पहले हफ्ते में जारी होगा।वैश्विक बाजारों की चाल, तिमाही नतीजे और विदेशी निवेशकों की ओर से शेयर बाजार में किए जा रहे निवेश पर निर्भर करेगी। साथ ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमत में उतार- चढ़ाव का भी असर शेयर बाजार पर दिख सकता है। स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहना है कि मैक्रोइकोनॉमिक के नजरिए से देखा जाए तो बाजार की निगाह यूएस के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डाटा, यूएस सर्विसेज पीएमआई डाटा और यूएस नॉन-फार्म पेरोल डाटा पर होगी। ये वैश्विक बाजारों के बारे में निवेशकों को दृष्टिकोण उपलब्ध कराएंगे और इसका असर बाजारों पर देखने को मिल सकता है। इसके अतिरिक्त विदेशी निवेशकों का रुझान भी बाजार को प्रभावित कर सकता है। साथ ही घरेलू पीएमआई डाटा भी अगस्त के पहले हफ्ते में जारी होगा।