Mark Zuckerberg की सलाह और प्रेरणा ने आदित्य अग्रवाल की जिंदगी बदल दी
Business बिजनेस: आदित्य अग्रवाल कंपनी के शुरुआती दिनों में एक नए इंजीनियर के रूप में फेसबुक से जुड़े थे। Mark Zuckerberg की सलाह और प्रेरणा ने आदित्य अग्रवाल की जिंदगी बदल दी उनके अनुसार, जुकरबर्ग की सलाह ने उनकी जिंदगी के 30 सेकंड को परिभाषित किया। अग्रवाल की मुलाकात मेटा के संस्थापक से 2005 में एक परिचित के जरिए हुई थी। वे शुरुआती इंजीनियर के तौर पर फेसबुक से जुड़े और शुरुआती दिनों में उन्हें एक प्रोजेक्ट दिया गया। यह प्रोजेक्ट फेसबुक का सर्च इंजन बनाने का था। जुकरबर्ग ने उन्हें बिना किसी टीम के अकेले ही यह काम पूरा करने को कहा। अग्रवाल ने इस घटना को ‘मार्क जुकरबर्ग ऑन लामा, एआई, एंड माइनस वन’ एपिसोड के दौरान शेयर किया। सर्च इंजन प्रोजेक्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए जरूरी था क्योंकि इससे यूजर्स को लोगों को खोजने और उनसे जुड़ने में मदद मिलेगी। अग्रवाल के गूगल या याहू google or yahoo के किसी डेवलपर को उनकी जगह लेने के सुझाव के बावजूद जुकरबर्ग ने जोर देकर कहा कि वे प्रोजेक्ट पूरा करें। इस पर मेटा के संस्थापक ने कहा, “यार अगर मैं फेसबुक बना सकता हूं तो तुम एक बेहतरीन सर्च इंजन बना सकते हो।” अग्रवाल ने अपनी सफलता का श्रेय मेटा के संस्थापक की प्रेरणा को दिया। अंततः अग्रवाल फेसबुक के पहले प्रोडक्ट इंजीनियरिंग निदेशक बने।