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बदल जाएंगे गूगल ऐप के कई नियम, 1 जनवरी से होगा लागू

Nilmani Pal
24 Dec 2021 4:37 AM GMT
बदल जाएंगे गूगल ऐप के कई नियम, 1 जनवरी से होगा लागू
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New Rules: साल 2021 खत्म होने में अब कुछ दिन ही शेष बचे हैं. नए साल की शुरुआत होते ही आपके आसपास कई नियम बदल जाएंगे. इन नियमों में बदलाव का असर देश के करोड़ों लोगों पर पड़ेगा. गूगल के कई ऐप के नियम, ATM से कैश निकासी, डेबिट-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल समेत कई नियम बदल जाएंगे. आइए जानते हैं क्या-क्या बदलाव होने वाले हैं.

बदल जाएंगे गूगल के कई ऐप के नियम

1 जनवरी से गूगल पर ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) से जुड़े नियम बदल जाएंगे. यह बदलाव RBI के निर्देश पर किए जा रहे हैं. यदि आप गूगल के एप पर वीजा या मास्टरकार्ड से भुगतान करना चाहते हैं तो आपको अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड (Debit and Credit Card) की हर एक डालनी होगी. गूगल अब इन्हें सेव नहीं करेगा. अब टोकनाइजेशन सिस्टम (Tokenization System) के तहत पैसा लिया जाएगा.

अगर आपके पास RuPay, American Express, Discover या फिर Diners Card है और इनके जरिए पेमेंट करना चाहते हैं तो इस स्थिति में भी कार्ड की सारी जानकारी ऑनलाइन पेमेंट के दौरान फिर से भरनी होगी. यहां भी कार्ड सेव करने का विकल्प नहीं मिलेगा. दरअसल वॉलेट या UPI ऐप में सेव कार्ड से हो रही ठगी को रोकने के लिए RBI ने इस तरह के ऐप को कार्ड सेव करने के ऑप्शन को खत्म करके टोकनाइजेशन सिस्टम पर काम करने को कहा था. एक जनवरी 2022 से ATM से मुफ्त निकासी की सीमा के बाद पैसे निकालने पर बैंक 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन की जगह 21 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन चार्ज वसूलेंगे. अभी बैंक ग्राहकों को हर महीने 5 बार फ्री अपने ATM से पैसे की निकासी की इजाजत देते हैं. मुफ्त निकासी की सीमा खत्म होने के बाद पैसे निकालने पर बैंक 20 रुपये चार्ज करते हैं. लेकिन 1 जनवरी से छठी बार पैसे निकालने पर 21 रुपये और उसपर टैक्स जोड़कर चार्ज देना होगा.

अभी दूसरे बैंक के ATM से 6 मेट्रो शहरों (Mumbai, New Delhi, Chennai, Kolkata, Bengaluru and Hyderabad) में पैसे निकालने पर पहले 3 ट्रांजैक्शन बिल्कुल मुफ्त है जिसमें फाइनैंशियल और नॉन फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन शामिल है. ग्राहकों को कोई चार्ज नहीं देना होता है. गैर मेट्रो शहरों में 5 ATM ट्रांजैक्शन मुफ्त हैं. मेट्रो शहरों में फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन करने पर 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन और 8.50 रुपये नॉन फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन के तौर पर देना पड़ता है.

ऑनलाइन डेबिट-क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने के बदल जाएंगे नियम

ऑनलाइन पेमेंट करना अब सामान्य हो गया है. लोग अपने पास कैश रखने के बजाय ऑनलाइन पेमेंट करना पसंद करते हैं. चाहे वह खाना ऑर्डर करना हो, शॉपिंग करनी हो या कैब बुक करनी हो, लोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं और अपने पासवर्ड, डेबिट और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स उसी पोर्टल पर सेव करके रखते हैं. हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग के साथ-साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी में भी भारी बढ़ोतरी हुई है. इसलिए, ऑनलाइन पेमेंट को और सुरक्षित बनाने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी मर्चेंट और पेमेंट गेटवे से कस्टरम के डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड की संवेदनशील डिटेल्स को हटाने के लिए कहा है जो उनके पास सेव हैं. नए डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड नियम 1 जनवरी 2022 से लागू होंगे और RBI ने मर्चेंट और पेमेंट गेटवे को लेनदेन करने के लिए एन्क्रिप्टेड टोकन का उपयोग करने के लिए भी कहा है. बैंकों ने भी अपने ग्राहकों को इसकी जानकारी देनी शुरू कर दी है. टोकन का उपयोग करते समय आपको कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट, सीवीवी जैसी डिटेल्स देने की जरूरत नहीं है, जैसे डेबिट/क्रेडिट कार्ड लेनदेन करते समय इसकी आवश्यकता होती है.

बैंक में 10,000 रुपये से ज्यादा जमा कराने पर देना पड़ेगा चार्ज

इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (India Post Payment Bank) में सेविंग और करंट अकाउंट में बिना चार्ज के महीने में 10,000 रुपये ही जमा कर पाएंगे. IPPB ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है कि इस 10,000 की लिमिट से ज्यादा रकम डिपॉजिट करने पर ग्राहकों को अतिरिक्त चार्ज देना पड़ेगा. दरअसल इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में तीन तरह के सेविंग अकाउंट खोले जाते हैं जिसमें बेसिक सेविंग अकाउंट, सेविंग अकाउंट के अलग-अलग नियम हैं.

IPPB के सेविंग खाते यानी बेसिक सेविंग अकाउंट के अलावा करंट अकाउंट से भी हर महीने 25,000 रुपये निकालने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा. हालांकि इस फ्री लिमिट के बाद हर बार पैसे निकालने पर कम से कम 25 रुपये चार्ज देना पड़ेगा जिसके बाद आपके लिए IPPB से पैसे निकालना और जमा करना ज्यादा महंगा हो जाएगा.

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