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चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विनिर्माण कंपनियों की बिक्री में आई 41.1 फीसदी की गिरावट

Tara Tandi
21 Oct 2020 10:45 AM GMT
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विनिर्माण कंपनियों की बिक्री में आई 41.1 फीसदी की गिरावट
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के विश्लेषण के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में निजी क्षेत्र की विनिर्माण कंपनियों की कुल बिक्री में साल दर साल आधार पर 41.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के विश्लेषण के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में निजी क्षेत्र की विनिर्माण कंपनियों की कुल बिक्री में साल दर साल आधार पर 41.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इससे कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के असर का पता चलता है।

इस संदर्भ में रिजर्व बैंक ने कहा कि 2020-21 की पहली तिमाही के दौरान निजी क्षेत्र के प्रदर्शन को लेकर गैर-सरकारी गैर-वित्तीय 2,536 सूचीबद्ध कंपनियों के तिमाही परिणाम पर गौर किया गया। इसके मुताबिक, 'विनिर्माण क्षेत्र की 1,619 कंपनियों की कुल बिक्री 2020- 21 की पहली तिमाही में साल-दर-साल आधार पर 41.1 फीसदी घटी है। वहीं 2019-20 की चौथी तिमाही में इसमें 15.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। इससे महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के प्रभाव का पता चलता है।'

औषधि कंपनियों के प्रदर्शन में वृद्धि

कंपनियों के प्रदर्शन में यह गिरावट व्यापक आधार वाली रही और विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में इसे देखा गया। केवल दवा एवं औषधि कंपनियों के प्रदर्शन में ही सालाना और तिमाही दर तिमाही आधार पर वृद्धि दर्ज की गई।

गैर-आईटी सेवा कंपनियों के कामकाज में भी गिरावट

रिजर्व बैंक के मुताबिक गैर-आईटी सेवा कंपनियों के कामकाज में भी 41 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। केवल दूरसंचार कंपनियों को छोड़कर समूचे सेवा क्षेत्र में यह गिरावट देखी गई। इसके विपरीत सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की कंपनियों की बिक्री वृद्धि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान सकारात्मक दायरे में रही और इसमें सालाना आधार पर 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।

इसमें आगे कहा गया है कि व्यवसायिक गतिविधियां कम होने के कारण विनिर्माण और गैर-आईटी सेवा क्षेत्र की कंपनियों के परिचालन मुनाफे में गिरावट रही, जबकि आईटी कंपनियों का परिचालन लाभ इस दौरान 9.4 फीसदी बढ़ गया। कोविड-19 की वजह से भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड ने सूचीबद्ध कंपनियों के लिए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के वित्तीय परिणाम जमा कराने की समयसीमा को 15 सितंबर 2020 तक बढ़ा दिया था।

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