व्यापार
मन की बात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी ये बड़ी जानकारी
jantaserishta.com
31 July 2022 11:37 AM GMT
x
न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
नई दिल्ली: भारत दुनिया में खिलौनों के निर्यात (Toy's Export) का पावर हाउस बनता जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को मन की बात (Man Ki Baat) में देश के खिलौना उद्योग की जमकर तारीफ की. उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि पहले भारत सिर्फ 300-400 करोड़ रुपये के खिलौनों का निर्यात (Export) करता था, जो आज यह बढ़कर 2600 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने पहले भारत के बारे में यह बात कही थी कि खिलौनों के निर्यात में देश एक पावरहाउस (Powerhouse) बनने की क्षमता रखता है. उन्होंने कहा कि भारतीय खिलौना उद्योग ने ऐसी सफलता हासिल की है, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. पीए मोदी ने आगे कहा कि वोकल फोर लोकल (Vocal For Local) की गूंज आज हर ओर सुनाई दे रही है. खिलौना उद्योग इस बात की गवाही दे रहा है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 3 वर्षों में खिलौना आयात (Toy's Import) में 70 फीसदी की कमी आई है, जबकि निर्यात (Export) में 61 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मेक इन इंडिया (Make In India) मुहिम इस क्षेत्र के लिए सकारात्मक रही है. पीएम मोदी ने कहा कि पहले भारत में करीब 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के खिलौनों का आयात होता था, जिसमें बड़ी कमी आई है. प्रधानमंत्री ने इसे देश के लिए बेहद खुशी की बात करार देते हुए कहा कि यह सब कोरोना काल में हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में निर्मित खिलौने परंपरा और प्रकृति दोनों के अनुरूप होने का साथ ही पर्यावरण के अनुकूल (Eco-Friendly Toys) हैं. इस सफलता के लिए प्रधानमंत्री ने युवाओं, स्टार्ट-अप और उद्यमियों को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि भारत के खिलौना उद्योग ने खुद को बदलकर अपनी क्षमता दुनिया में साबित कर दी है. देश में अब हर जगह खिलौनों के क्लस्टर हैं.
मोदी ने कहा कि भारत का खिलौना उद्योग छोटे उद्यमियों को बहुत लाभ दिला रहा है. उनके खिलौने अब दुनिया भर में बिक रहे हैं. भारत के खिलौना निर्माता दुनिया के प्रमुख ब्रांडों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा कि आइए हम सब मिलकर भारतीय खिलौनों को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाएं. इसके साथ ही मैं अभिभावकों से भी आग्रह करूंगा कि वे ज्यादा से ज्यादा भारतीय खिलौने, पजल और खेल खरीदें.
jantaserishta.com
Next Story