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शेयर बाजार की ओर बढ़ी लोगो द‍िलचस्‍पी, 6 माह में खुले 63 लाख नए डीमैट खाते

Tara Tandi
21 Oct 2020 4:47 PM GMT
शेयर बाजार की ओर बढ़ी लोगो द‍िलचस्‍पी, 6 माह में खुले 63 लाख नए डीमैट खाते
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कोरोना काल में लोगों ने शेयर बाजार में कमाई और निवेश पर जोर दिया है. यही वजह है कि बीते छह माह में उम्‍मीद से बढ़कर डीमैट खाते खोले गए हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कोरोना काल में लोगों ने शेयर बाजार में कमाई और निवेश पर जोर दिया है. यही वजह है कि बीते छह माह में उम्‍मीद से बढ़कर डीमैट खाते खोले गए हैं. बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान 63 लाख नए डीमैट खाते खोले गए. पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 27.4 लाख रहा था. इस तरह डीमैट खातों की संख्या में 130 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

वहीं इस अवधि में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय बाजार में शुद्ध रूप से 11 अरब डॉलर का निवेश किया है. अन्य उभरते बाजारों में एफपीआई का निवेश नकारात्मक रहा है. मार्च में जरूर भारतीय बाजारों से निकासी हुई थी इस दौरान विशेष रूप से ऋण या बांड बाजार से निकासी देखने को मिली है. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में निवेश का कुल प्रवाह 1.47 लाख करोड़ रुपये रहा है.

शेयर बाजार में सुधार

सेबी चेयरमैन अजय त्यागी के मुताबिक महामारी के झटके के बाद पूंजी बाजारों में व्यापक आधार पर सुधार हुआ है. त्यागी ने कहा, ''हमने देखा है कि बाजार में सुधार व्यापक है. सिर्फ बड़े शेयरों (लार्ज कैप) में ही सुधार नहीं हुआ है, मिड कैप और स्मॉल कैप शेयर भी सुधरे हैं. '' बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा कोविड-19 को महामारी घोषित किए जाने के बाद पूंजी बाजार में भारी गिरावट आई थी. लेकिन अब बाजार इस झटके से उबर चुके हैं और जनवरी, 2020 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर के पास पहुंच चुके हैं.

यह सुधार व्यापक है

सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने कहा कि यह सुधार व्यापक है. सिर्फ बड़े शेयरों में ही सुधार नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में 90 प्रतिशत शेयरों ने 2020 में निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है. सेबी चेयरमैन त्यागी ने कहा कि बाजार नियामक ने कोविड-19 महामारी के दौरान जो कदम उठाए हैं, उनसे पूंजी बाजारों को मदद मिली नियामक आगे भी सतर्क रहेगा और बाजार में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव की स्थिति में कदम उठाएगा.

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