कई बार हम वित्तीय कठिनाई में फंस जाते हैं। ऐसे में बैंक से लोन लेने के अतिरिक्त हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचता। बैंकों की तरफ से हमें कई तरह के लोन ऑफर किये जाते हैं। बैंक के मैनेजर हमारी जरूरत, धनराशि और एजिबिलिटी के मुताबिक लोन सजेस्ट करते हैं। कई बार हमें बैंक की तरफ से पर्सनल लोन या गोल्ड लोन लेने का ऑफर दिया जाता है। ऐसे में सोचने की बात ये है कि हमें लिए कौन का विकल्प ठीक रहेगा। उससे पहले ये बात भी जान लेना काफी महत्वपूर्ण है कि कोई भी बैंक आपके क्रेडिट स्कोर (CIBIL SCORE) के आधार पर ही लोन देता है। इसलिए आपके सिबिल का अच्छा होना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आपने पहले कोई लोन नहीं लिया है तो बैंक आपके लेन-देन की हिस्ट्री के आधार पर आपको लोन देती है।
पर्सनल लोन (Personal Loan) एक प्रकार का कर्ज होता है जिसे पर्सनल उद्देश्यों के लिए उधार लिया जाता है। यह लोन बिना किसी सुरक्षा या गारंटी के प्रदान किए जाता है। जिसे आदमी के पर्सनल उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उधार लिया जाता है। यह विवाह, शिक्षा, ट्रैवल, विदेश शिक्षा, मेडिकल खर्च, गाड़ी खरीद, आदि के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आदमी के क्रेडिट रेकॉर्ड, वेतन और कर्जदार योग्यता के आधार पर दिया जाता है। पर्सनल लोन की समय सीमा ध्यान देने योग्य होती है, जिसमें आम तौर पर लोन का अवधि कुछ महीने से लेकर कुछ वर्ष तक होती है। इस लोन के ब्याज रेट आमतौर पर अन्य लोन से थोड़ा अधिक होती है। ब्याज रेट आपके क्रेडिट स्कोर, बैंक और आपके आर्थिक स्थिति पर निर्भर कर सकती है। लोन की मान्यता पर आपको एक निश्चित राशि उधार दी जाती है जिसे आप विशेष अवधि में चुकता करना होता है।
गोल्ड लोन (Gold Loan) ऐसा कर्ज है जिसमें आदमी अपने सोने या चांदी के आभूषणों को गारंटी के रूप में देकर उधार लेता है। यह एक सुरक्षित और सरल तरीका है कर्ज प्राप्त करने का, क्योंकि इसमें कोई क्रेडिट चेक या कॉलेटरल नहीं होता है। गोल्ड लोन के तहत, कर्ज दायित्वपूर्ण रूप से सोने या चांदी के आभूषणों की मूल्य का एक हिस्सा लोन राशि के रूप में उधार दिया जाता है। इसमें लोन लेने वाले के आभुषणों के मुल्य के मुताबिक लोन दिया जाता है। गोल्ड लोन की अवधि आम तौर पर अधिकतम एक वर्ष तक की होती है। यह छोटी अवधि का कर्ज होता है और आप इसे अवधि के अंत तक चुकता कर सकते हैं। इसमें ब्याज रेट आम तौर पर पहले लीन दर के कुछ फीसदी कम होती है। ब्याज रेट आपके कर्ज के अवधि और बैंक के नियमों के आधार पर विभिन्न हो सकती है। गोल्ड लोन में प्रोसेसिंग फीस आपके द्वारा लिए गए कर्ज के मूल्य का एक छोटा सा हिस्सा होता है। गोल्ड लोन क्रेडिट चेक नहीं होता है। यह आपके कर्ज प्राप्त करने के लिए क्रेडिट स्कोर पर नहीं निर्भर करता है। गोल्ड लोन अधिकांश बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाती है, और इसे आप तुरंत प्राप्त कर सकते हैं।
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पर्सनल और गोल्ड लोन में क्या अंतर है
पर्सनल और गोल्ड लोन में काफी अंतर है। जैसे पर्सनल लोन में कोई गारंटी या सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि गोल्ड लोन में सोने या चांदी के आभूषण गारंटी के रूप में रखे जाते हैं। यह गोल्ड लोन को पर्सनल लोन से सुरक्षित बनाता है, क्योंकि यदि कर्ज चुकाने में असमर्थ होते हैं तो बैंक आभूषण को बेचकर अपना पैसा वापस पा सकता है। कई स्थिति में इसलिए बैंक पर्सनल लोन के बजाए गोल्ड लोन देना अधिक मुनासिब समझते हैं। गोल्ड लोन के ब्याज रेट आम तौर पर पर्सनल लोन के ब्याज रेट से कुछ कम होते हैं। यह गोल्ड लोन को पर्सनल लोन से आर्थिक रूप से अधिक उपयुक्त बनाता है। पर्सनल लोन की अवधि आम तौर पर गोल्ड लोन से कुछ कम होती है। यह गोल्ड लोन को आपके आवश्यकताओं के मुताबिक एक अधिकतम समय सीमा के साथ मौजूद बनाता है।
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पर्सनल और गोल्ड लोन के प्रोसेसिंग फीस में है अंतर
दोनों लोन के प्रोसेसिंग फीस में काफी अंतर होता है। पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस गोल्ड लोन की प्रोसेसिंग फीस से अधिक होती है। गोल्ड लोन एक क्रेडिट चेक की जरूरत नहीं होती है, जबकि पर्सनल लोन में आपके क्रेडिट रेकॉर्ड की जांच की जाती है और कर्ज की मान्यता उस पर निर्भर करती है। पर्सनल लोन का इस्तेमाल विविधता के साथ पर्सनल उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि विवाह, शिक्षा, विदेश यात्रा, आदि. वहीं, गोल्ड लोन का इस्तेमाल सोने या चांदी के आभूषणों के खरीदारी या आर्थिक जरूरतों के लिए किया जाता है। आपके पर्सनल आवश्यकताओं और आर्थिक स्थिति के आधार पर, आप मुनासिब कर्ज विकल्प का चयन कर सकते हैं। आपको कर्ज लेने से पहले कर्ज की ब्याज दर, अवधि, प्रोसेसिंग फीस, गारंटी और अन्य शर्तों का समीक्षा करना चाहिए और अपनी आवश्यकताओं और वित्तीय योजना के मुताबिक मुनासिब विकल्प का चयन करना चाहिए।