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अब लगभग 50,000 करोड़ रुपए कर दिया है.
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) सरकारी बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) में निवेश किया है. LIC ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में अपनी हिस्सेदारी 2 फीसदी बढ़ाई है. इसके बाद UBI में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़कर अब 5.06 फीसदी हो गई है. इससे पहले, LIC का यूबीआई में 3.09 फीसदी हिस्सेदारी थी. इस हिसाब से एलआईसी के पास बैंक के 19,79,23,251 इक्विटी शेयर थे. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के माध्यम से LIC ने स्टॉक एक्सचेंज यह जानकारी दी.
यूबीआई में हिस्सेदारी बढ़कर 5.06 फीसदी होने के बाद एलआईसी के पास अब बैंक के 34,57,64,764 शेयर हो गए हैं. देश की सबसे बड़ी कंपनी ने शुक्रवार को बैंक के 14,78,41,513 शेयर खरीदे.
QIP से जुटाए 1,447.17 करोड़ रुपए
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने गुरुवार को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 1,447.17 करोड़ रुपए जुटाए हैं. बता दें कि LIC भी इस साल अपना IPO लाने की तैयारी में है, ताकि FY22 के लिए केंद्र सरकार के विनिवेश के लक्ष्य को पूरा किया जा सके.
65 साल में पहली बार शेयर बिक्री से की रिकॉर्ड कमाई
एलआईसी (LIC) ने वित्त वर्ष 2020-21 में शेयरों की बिक्री से रिकॉर्ड 37,000 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है. यह 65 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा है. LIC को शेयर बाजार के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने का फायदा मिला है.
वित्त वर्ष 2019-20 में एलआईसी ने शेयर बिक्री से 25,625 करोड़ रुपए का प्रॉफिट कमाया था. 2020-21 में उसने 44 फीसदी ज्यादा 37,000 करोड़ रुपए की कमाई की. वित्त वर्ष के दौरान, भारत के सबसे बड़े संस्थागत निवेशक ने 94,000 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जो अब तक का सबसे अधिक है.
LIC सबसे बड़ा निवेशक
भारत का सबसे बड़ा जीवन बीमाकर्ता भी अपने बाजारों में सबसे बड़ा निवेशक है. यह लगभग 34 लाख करोड़ रुपए के एसेट्स को मैनेज कर रहा है. यह सरकार का सबसे बड़ा वित्तीय समर्थक रहा है, खासकर इसके विनिवेश कार्यक्रमों में.
एलआईसी की कमाई मुख्य रूप से शेयरों की बिक्री, नॉन-लिंक्ड पोर्टफोलियो जिसमें पारंपरिक जीवन बीमा पॉलिसी शामिल हैं, से होती है.
यहां लगाए भारी पैसा
LIC ने सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री में अपने रिस्क में भारी कटौती की है. मार्च 2020 में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में LIC का निवेश 24,000 करोड़ रुपए से घटकर अब केवल 4,100 करोड़ रुपए रह गया है. आईटी और सॉफ्टवेयर सेक्टर में LIC का निवेश मार्च 2020 में 55,000 करोड़ रुपए से घटकर अब 11,600 करोड़ रुपए हो गया है.
दूसरी ओर, फार्मा सेक्टर जो महामारी के कारण बढ़ा है, ने एलआईसी को एक निवेशक के रूप में सबसे अधिक आकर्षित किया है. फार्मा में इसका निवेश पिछले साल के 17,700 करोड़ रुपए के मुकाबले 37,000 करोड़ रुपए से ज्यादा है.
इसके अलावा, पिछले मार्च में एफएमसीजी इंडस्ट्री में निवेश को 15,000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर अब लगभग 50,000 करोड़ रुपए कर दिया है.
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