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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगभग 80 किलोमीटर दूर रायबरेली के किसान आनंद मिश्रा (Lemon Man Anand Mishra) को लोग आज लेमन मैन के नाम से जानते हैं. बड़ी कंपनी में मैनेजर की नौकरी छोड़कर वे नींबू की खेती से लाखों रुपए तो कमा ही रहे हैं,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगभग 80 किलोमीटर दूर रायबरेली के किसान आनंद मिश्रा (Lemon Man Anand Mishra) को लोग आज लेमन मैन के नाम से जानते हैं. बड़ी कंपनी में मैनेजर की नौकरी छोड़कर वे नींबू की खेती से लाखों रुपए तो कमा ही रहे हैं, वे देशभर के किसान को प्रशिक्षित भी कर रहे हैं. नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने थाई प्रजाति के सीडलैस पौधे रोपे और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. प्रदेश सरकार उन्हें कई बार सम्मानित भी कर चुकी है.
रायबरेली के गांव कचनावा (पोस्ट-डीह) के रहने वाले आनंद ने टीवी9 हिंदी को फोन पर बताया कि वर्ष 2015 से पहले तक वे एक फर्नीचर कंपनी में मैनेजर के पद पर काम करते थे जहां 11 लाख रुपए का उनका सालाना पैकेज था, लेकिन वहां उनका मन नहीं लगता था. लगभग 13 साल नौकरी करने के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ खेती करना शुरू किया, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती कि खेती में ऐसा किया जाए जिससे बढ़िया मुनाफा हो.
रिसर्च किया, फिर शुरू की नींबू की खेती
आनंद बताते हैं कि वे शुरू से बागवानी की खेती की ओर आकर्षित थे. इसके लिए पहले उन्होंने आम की खेती के बारे में जानकारी जुटाई फिर अमरूद और केले के बारे में भी रिसर्च किया. बाराबंकी जाकर मेंथा की खेती को समझा. इन सबके बाद उन्हें लगा कि नींबू एक ऐसी खेती है जिसके प्रति किसान गंभीर नहीं हैं, वे अभी भी परंपरागत खेती को जवज्जो दे रहे हैं. यहां से उन्होंने नींबू की खेती पर ध्यान दिया और अब तो एक मिसाल बन चुके हैं.
बेकार पड़े खेत में 900 पौधे लगाए, सालाना पैदावार 500 क्विंटल से ज्यादा
आनंद वर्ष 2015 जब गांव लौटे तो उनके पास लगभग तीन बीघे का एक खेत ऐसा था जो बेकार पड़ा था. उन्होंने इस खेत को सुधरवाया और इसमें थाई प्रजाति के 900 सीडलैस पौधे रोपे. इनमें से लगभग 800 पौधे सही निकले.
ये पौधे तीन साल में ही तैयार हो गये और अब इनसे सालाना लगभग 500 क्विंटल नींबू निकल रहा है. थाई प्रजाति के इन पौधों से प्रति पेड़ सालभर में नहीं कुछ तो कम से कम 1000 नींबू निकलता है जिसका वजन भी 40 से 50 ग्राम तक होता है. इसमें रस बहुत ज्यादा होता है जिसकी वजह से बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है.
अपनी बागवानी में किसानों के साथ आनंद मिश्रा.
एक बार लगाइये, 30 साल मुनाफा कमाइए
आनंद बताते हैं कि नींबू एक ऐसी फसल है जिसे आप एक बार लगा दीजिए फिर तीन साल बाद 30 साल तक मुनाफा कमाइए. वे कहते हैं कि इसमें शुरुआती दिनों में खर्च आता है लेकिन वह भी एक-दो साल में वापस मिल जात है. इसके बाद तो आपको बस मुनाफा ही मुनाफा होगा. इसके पेड़, पत्तों को मवेशी खाते भी नहीं, ऐसे में इसकी रखवाली तभी करनी पड़ती है जब इसमें फल होते हैं.
सरकार ने काम को सराहा, देशभर से किसान प्रशिक्षण लेने आते हैं
कुछ वर्षों की खेती से ही आनंद को देशभर में ख्याति मिल चुकी है. उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें चौधरी चरण सिंह किसान सम्मान से नवाज चुकी है. इसके अलावा वे जनपद गौरव सम्मान, समाज रत्न आदि जैसे सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं. देश के कई हिस्सों से किसान रायबरेली स्थित उनकी बागवनी देखने आते हैं और बागवानी की बारीकियां सीखकर जाते हैं. अब तो सरकारी संस्थाएं भी आनंद को बतौर स्पीकर आमंत्रित करती हैं.
आनंद उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति समिति और लखनऊ मंडल और किसान मंडी भवन ,गोमती नगर लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के सदस्य भी हैं.
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