x
आजकल के इस भागमभाग भरी जिंदगी में जहां हर कोई बीमारी और अनिश्चताओं से घिरा हुआ है।
आजकल के इस भागमभाग भरी जिंदगी में जहां हर कोई बीमारी और अनिश्चताओं से घिरा हुआ है। वहीं, इन अनिश्चताओं का सामना करने के लिए लोग टर्म इंश्योरेंस का सहारा लेते हैं। अगर आप भी टर्म इंश्योरेंस लेने की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखें। कोई भी टर्म प्लान लेने से पहले मिलने वाली कवर की राशि, पॉलिसी की अवधि, प्रीमियम आदि की जानकारी जरूर जुटा लें।
टर्म इंश्योरेंस क्यों जरूरी
मरणोपरांत परिवार की वित्तीय सुरक्षाटैक्स की बचत में मददगार, गंभीर बीमारी, दुर्घटना में मृत्यु जैसी स्थिति में अतिरिक्त लाभ
टर्म प्लान के प्रकार –प्योर टर्म प्लानरिटर्न ऑन प्रीमियम टर्म प्लानइनकम बेनिफिट्स वाला टर्म प्लान
1. टर्म इंश्योरेंस खरीदने से पहले आपको कवर करने वाली रकम तय कर लेनी चाहिए। मसलन आपके नहीं रहने पर आपके परिवार की आर्थिक जरूरतें उस राशि से पूरी हो जाए। बता दें कवर की राशि का चयन करना सबसे महत्वपूर्ण काम होता है। एक व्यक्ति को कितने न्यूनतम कवर की जरूरत है यह व्यक्ति पर निर्भर करता है, लेकिन थंब रूल के हिसाब से नौकरीपेशा लोगों को अपनी सालाना आय से 10 गुना कवर लेना चाहिए।
वहीं बढ़ती आमदनी के साथ इसे बढ़ाते रहना चाहिए। आप कवर की राशि की गणना ऑनलाइन भी कर सकते हैं। बहुत सारे ऑनलाइन टूल्स उपलब्ध हैं, जिसमें आप अपनी आय, पेशा के अनुसार कवर की राशि की गणना कर सकते हैं।
2. टर्म प्लान के चयन में पॉलिसी की अविध का चयन करना दूसरा सबसे महत्वपूर्ण काम है। अगर आप कम उम्र में पॉलिसी ले रहे हैं तो सबसे लंबी अवधि की पॉलिसी का चुनाव करें। इससे आपको कम प्रीमियम में पॉलिसी खरीदने का भी मौका मिल जाएगा।
3. टर्म पॉलिसी की खरीदारी आप एजेंट या ऑनलाइन कर सकते हैं। अगर आप सीधे कंपनी की वेबसाइट या एग्रिगेटर वेबसाइट के माध्यम से करते हैं तो आपको कम प्रीमियम देना भी पड़ सकता है। वहीं, एजेंट से लेने पर अधिक प्रीमियम देना होगा।
4. टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी की खरीदारी से पहले अच्छी कंपनी का चुनाव बहुत जरूरी है। किसी भी कंपनी से पॉलिसी लेने से पहले उसके क्लेम रिकॉर्ड रेश्यो को जरूर चेक करें। इसके साथ ही उस कंपनी की वित्तीय स्थिति को भी पता करें। इसके साथ कंपनी की सर्विस, भुगतान के तरीके आदि का भी ध्यान रखें।
5. टर्म प्लान के बाद भी यह संभावना भी रहती है कि पॉलिसी धारक किसी दुर्घटना के कारण विकलांगता का शिकार हो जाए या फिर वो अपनी सुनने की शक्ति खो दे। ऐसी सूरत में वित्तीय सुरक्षा के लिए राइडर भी लेना चाहिए। हालांकि, इसके लिए आपको अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करना होता है।
Next Story