भारत जैसे देश में सोने का बड़ा पुराना इतिहास और हमारी संस्कृति में कहीं गहरे इसकी जगह रही है. सोना निवेश का हमारा पारंपरिक माध्यम होने के साथ-साथ हमारे रीति-रिवाजों तक का हिस्सा रहा है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी के युग में सोने के लिए चीजें कितनी बदली हैं, इसपर चर्चा दिलचस्प हो जाती है. क्रिप्टोकरेंसी बाजार (Cryptocurrency Market) ने पिछले एक-दो सालों में बहुत तेजी से अपनी जगह बनाई है, खासकर 2021 को क्रिप्टोकरेंसी का साल कहें तो बहुत अतिशयोक्ति नहीं होगी. भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी बाजार से करोड़ों नए निवेशक जुड़े हैं और इसमें लाखों का निवेश कर रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आमतौर पर दीवाली या ऐसे मौकों पर सोने में निवेश करने वाले निवेशक क्या इस बार क्रिप्टो का विकल्प चुनेंगे? आइए जानते है इसपर विशेषज्ञों और क्रिप्टो निवेशकों का क्या कहना है.
सोने से ज्यादा बढ़िया रिटर्न
CoinSwitch क्रिप्टो एक्सचेंज के COO विमल नागर ने कहा कि 'दीवाली, धनतेरस पर यहां सोना खरीदने का चलन रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों में बिटकॉइन, इथीरियम जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी ने सोने से बेहतर रिटर्न दिया है और आज के समय में लोग क्रिप्टोकरेंसी को बेहतर निवेश का माध्यम समझ रहे हैं.' उन्होंने कहा कि 'सबसे दिलचस्प बात ये भी है कि आप बिटकॉइन में बस 100 रुपये में भी निवेश कर सकते हैं.'
बिटकॉइन और डिजिटल गोल्ड में तुलना के सवाल पर नागर ने कहा कि 'अब बिटकॉइन को भी डिजिटल गोल्ड कहा जाता है. डिजिटल गोल्ड की वैल्यू भी तो सोने की ही वैल्यू रहेगी, ऐसे में बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का रिटर्न उससे बेहतर रहता है.'
दीवाली के दिन क्या क्रिप्टो एक्सचेंज पर क्या ज्यादा हलचल रहती है, सवाल पर नागर ने बताया कि दीवाली पर क्रिप्टो एक्सचेंज पर हलचल देखी जाती है. उन्होंने ये भी बताया कि दीवाली पर पिछले साल कई लोगों ने शगुन के तौर पर 101 रुपये का बिटकॉइन खरीदा था. ऐसे में बिटकॉइन का दीवाली पर निवेश के लिए आकर्षण बढ़ा है.