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जानें सिग्नल और वॉट्सऐप बनाने के पीछे है किस शख्स का दिमाग

Gulabi
13 Jan 2021 4:14 PM GMT
जानें सिग्नल और वॉट्सऐप बनाने के पीछे है किस शख्स का दिमाग
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वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी से नाखुश लोग इन दिनों ऑप्शन के तौर पर सिग्नल और टेलीग्राम ऐप्स को डाउनलोड कर रहे हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।वॉट्सऐप (WhatsApp) की नई प्राइवेसी पॉलिसी से नाखुश लोग इन दिनों ऑप्शन के तौर पर सिग्नल और टेलीग्राम ऐप्स को डाउनलोड कर रहे हैं. प्राइवेसी के लिहाज ये दोनों इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप बेहतर विकल्प बताए जा रहे हैं. टेलीग्राम को पहले से ही काफी लोग जानते थे लेकिन सिग्नल की लोकप्रियता में बीते सप्ताह से एकदम से उछाल आया है. इसी बीच ऐप के को-फाउंडर ने भी सिग्नल और वॉट्सऐप के जुड़ी कई बातें साझा की हैं. जानकारी के लिए बता दें कि सिग्नल के सह-संस्थापक ब्रायन एक्टन (Brian Acton) हैं वाट्सऐप के को-फाउंडर भी रह चुके हैं.


ब्रायन एक्टन ने 3 साल किया WhatsApp के साथ भी काम
ब्रायन एक्टन का जन्म फरवरी 1972 में अमेरिका के मिशिगन में हुआ था. उन्होंने साल 1994 में स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन किया. एक्टन, जो सिग्नल फाउंडेशन के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, उन्होंने साल 2018 में Moxie Marlinspike के साथ मिलकर सिग्नल ऐप की शुरुआत की थी. Signal से पहले Brian Acton वॉट्सऐप से जुड़े थे. वे वॉट्सऐप (WhatsApp) के भी को-फाउंडर रह चुके हैं.




Facebook और Twitter ने एक्टन को किया था रिजेक्ट
Acton और Jan Koum ने साल 2014 में वॉट्सऐप को फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) को $19 बिलियन (USD 19 billion) में बेच दिया था. इसके बाद सितंबर 2017 में एक्टन ने वॉट्सऐप को छोड़ दिया और फिर नए ऐप पर काम करने के बारे में सोचा. 2018 में वे सिग्नल लेकर आए. हैरानी की बात यह है कि एक्टन को वॉट्सऐप लॉन्च करने से पहले ट्विटर और फेसबुक जैसी बड़ी टेक कंपनियों ने रिजेक्ट कर दिया था. बाद में उन्होंने उसी फेसबुक को वॉट्सऐप बेचा था. एक्टन की किस्मत तो देखिए, आज दुनियाभर के लोग उनके द्वारा बनाए गए ऐप को सबसे ज्यादा पसंद कर कर रहे हैं.

प्राइवेसी को लेकर सिगनल में ये खास सुविधाएं
एक्टन ने कहा कि सिग्नल में वॉट्सऐप Disappearing Messages जैसी सुविधा है. यह ऐप अपने यूजर्स को एन्क्रिप्टेड (Encrypted) मैसेजिंग की सर्विस देता है. सिग्नल से भेजे गए मैसेज को एन्क्रिप्ट किया जाता है, जिसका मतलब है कि सिग्नल खुद लोगों के पर्सनल मैसेज, फोटोज और वीडियोज नहीं देख सकता है या उन्हें अपने सर्वर पर सेव नहीं कर सकता है. वहीं अगर कोई आपके सिग्नल ऐप को हैक भी करता है तो वो आपके पर्सनल मैसेज को नहीं देख सकेगा.
किसी भी बड़े टेक कंपनी से नहीं जुड़ा Signal App
एक्टन का कहना है कि Signal एक स्वतंत्र ऐप है जिसे गैर-लाभकारी (नॉन प्रॉफिट) संस्था द्वारा चलाया जाता है. एक्टन ने बताया कि सिग्नल का संबंध किसी भी बड़ी टेक कंपनी से नहीं है. मालूम हो कि वॉट्सऐप की नई प्राईवेसी पॉलिसी के चलते अब दुनियाभर के यूजर्स दूसरे इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप डाउनलोड करने पर मजबूर हो रहे हैं और ऐसे में सिग्नल को सबसे सुरक्षित ऐप बताया जा रहा है.

आपको बता दें कि WhatsApp अपने यूजर्स को ऐप की नई टर्म और प्राइवेसी पॉलिसी भेज रहा है जिसे जल्द ही एग्री करना होगा और अगर आप एग्री नहीं करेंगे तो आप इस ऐप का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. WhatsApp 8 फरवरी 2021 को अपनी टर्म्स ऑफ सर्विस को अपडेट करने जा रहा है.


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