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भारत में जितने भी कार ड्राइवर्स हैं वो कभी ना कभी माइलेज कम होने की समस्या से जरूर जूझते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत में जितने भी कार ड्राइवर्स हैं वो कभी ना कभी माइलेज कम होने की समस्या से जरूर जूझते हैं। दरअसल कारों का माइलेज मोटरसाइकिल की तुलना में काफी कम होता है उसमें भी अगर ड्राइवर ठीक से कार ना चलाए तो ये माइलेज और भी ज्यादा कम हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको कार का माइलेज काफी हद तक बढ़ाने के कुछ आसान से टिप्स देने जा रहे हैं जिनके बारे में जानकर आप हर महीने हजारों रुपये के फ्यूल की बचत कर सकते हैं।
हैवी रूफ रेल्स
हैवी रूफ रेल्स ज्यादातर एसयूवी वाहनों में ऑफर की जाती हैं जिससे आप इसमें अपना काफी सारा सामान कैरी कर सकें। हालांकि लोग अब छोटी कारों में भी इन्हें असेम्बल करवाने लगे हैं लेकिन ये इंजन पर दबाव डालते हैं जिससे माइलेज काफी कम हो जाता है। ऐसे में आपको छोटी कारों में हैवी रूफ रेल्स नहीं लगवानी चाहिए।
कंपनी फिटेड टायर्स
ज्यादातर लोग कंपनी फिटेड टायर्स का ही इस्तेमाल करते हैं, ये कम चौड़े होते हैं साथ ही इनका वजन भी कस्टमाइज टायर्स की तुलना में काफी कम होता है। ऐसे में ये इंजन पर काफी कम दबाव डालते हैं जिससे माइलेज सामान्य बना रहता है और वहीं आप अगर चौड़े टायर्स का इस्तेमाल करते हैं तो कार की ग्रिप तो बढ़ जाती है लेकिन इससे कार के इंजन पर दबाव बढ़ जाता है जिससे कार का माइलेज अपने आप कम होने लगता है। हमेशा कंपनी फिटेड टायर्स ही इस्तेमाल करने चाहिए।
स्पॉइलर
आमतौर पर आपने स्पोर्ट्स कारों में स्पॉइलर देखा होगा। ये कार को स्टेबल बनाते हैं और इसे रोड से हिलने नहीं देते हैं। अगर आप आम कारों में स्पॉइलर का इस्तेमाल करते हैं तो इससे कार का एरोडायनेमिक डिजाइन प्रभावित होता है जिससे कार को चलने में ज्यादा जोर लगाना पड़ता है। ऐसे में आपको स्पॉइलर तुरंत ही निकलवा देना चाहिए।

Ritisha Jaiswal
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