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जानिए ज़ी-सोनी के मर्जर से जुड़ी अहम बातें

Gulabi
21 Dec 2021 1:26 PM GMT
जानिए ज़ी-सोनी के मर्जर से जुड़ी अहम बातें
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ज़ी प्रमोटर ओपन मार्केट के जरिये बढ़ा सकते हैं हिस्सेदारी
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेस और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क का मर्जर अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है. 22 सितंबर को हुई इस डील को पूरा करने के लिये आवश्यक 3 महीने की समय सीमा 21 दिसंबर को खत्म हो रही है. ऐसे में संभावना है कि अगले कुछ दिनों में ही कंपनियां मर्जर को अंतिम रूप दे देंगी. जानिये इस डील से जुड़ी कुछ खास बातें
मर्जर के बाद देश का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट नेटवर्क
जानकारों के मुताबिक मर्जर के बाद नई कंपनी देश में एंटरटेनमेंट सेग्मेंट का सबसे बड़ा नेटवर्क बन जायेगी जिसके पास दर्शकों की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. इसके साथ ही हिंदी जनरल एंटरटेनमेंट सेग्मेंट की आधे से अधिक हिस्सेदारी होगी, दर्शकों की संख्या के मामले में ये टीवी का सबसे बड़ा सेग्मेंट है. इसके बाद हिंदी सिनेमा में भी नई कंपनी के पास 63 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.
बोर्ड चलायेगा कंपनी
जानकारी के मुताबिक मर्जर के बाद नयी कंपनी को बोर्ड चलायेगा और इसमें भी सोनी पिक्चर्स की भूमिका अहम होगी. जी के सीईओ पुनीत गोयनका मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी के सीईओ बने रहेंगे लेकिन वो बोर्ड में जी के अकेले एग्जीक्यूटिव होंगे. 9 सदस्यों के बोर्ड में आधे से ज्यादा सदस्य यानि 5 सदस्य सोनी पिक्चर्स से होंगे वहीं इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स की संख्या 3 तक हो सकती है.
ज़ी प्रमोटर ओपन मार्केट के जरिये बढ़ा सकते हैं हिस्सेदारी
डील में ज़ी के प्रमोटर अपनी मौजूदा हिस्सेदारी को 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक कर सकते हैं. इस फैसले पर निवेशकों की चिंता के बीच जी ने साफ किया कि इस प्रक्रिया का किसी दूसरे शेयरहोल्डर के हितों पर असर नहीं पड़ेगा. शेयरों की खरीद की प्रक्रिया ओपन मार्केट से मार्केट प्राइस के आधार पर की जायेगी. प्रस्तावित विलय के मुताबिक सोनी पिक्चर्स के पास विलय के बाद बनने वाली नई कंपनी में 52.93 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी. वहीं जी के पास 47.07 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.
ज़ी प्रमोटर के हिस्सा बढ़ाने पर Invesco ने उठाये सवाल
डील के अंतिम चरण में पहुंचने के बीच ज़ी के सबसे बड़े निवेशक इनवेस्को ने नई कंपनी में ज़ी के द्वारा हिस्सेदारी बढ़ाये जाने पर सवाल खड़े किये हैं. सूत्रों के मुताबिक इनवेस्को ने 4 प्रतिशत हिस्सेदारी वाले प्रमोटर्स को अपनी हिस्सेदारी बढ़ा कर 20 प्रतिशत तक ले जाने पर सवाल खड़े किये है. इसके साथ ही डील पर सवालों के जवाब के लिये इनवेस्को ने ईजीएम बुलाने की मांग कही है और कहा है कि ऐसा न होने पर वह इस मामले को कोर्ट ले जायेगा. इनवेस्को ने ज़ी के मौजूदा डायरेक्टर्स को हटाने और नये लोगों को नियुक्त करने की मांग की है. इनवेस्को और ग्लोबल चाइना फंड के पास ज़ी में कुल मिलाकर 17.88 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
सितंबर से दोगुना हुआ ज़ी एंटरटेनमेंट का शेयर
डील का ऐलान 22 सितंबर को हुआ था हालांकि सितंबर की शुरुआत के साथ ही स्टॉक में बढ़त देखने को मिली. स्टॉक सितंबर की शुरुआत में 171 के स्तर पर था. आज स्टॉक 349 के स्तर पर पहुंच चुका है यानि इस दौरान शेयर में 100 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त रही है.
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