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पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें हर किसी के लिए चिंता बन गई हैं. खासकर मिडिल क्लास लोगों के लिए ये चिंता और भी बढ़ी हो जाती है
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें हर किसी के लिए चिंता बन गई हैं. खासकर मिडिल क्लास लोगों के लिए ये चिंता और भी बढ़ी हो जाती है. अगर आप भी अपनी पुरानी कार के कम माइलेज से परेशान है तो अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. यहां आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर आप अपनी कार का माइलेज काफी हद तक बढ़ा सकते हैं.
कार को अच्छी तरह से मेंटेन करने और टाइम पर सर्विस कराने से कार की कंडीशन अच्छी बनी रहती है. इससे इंजन और बाकी पार्ट्स भी ठीक तरह से काम करते हैं. इसलिए जरूरी है कि कार नई हो या पुरानी समय-समय पर इसकी सर्विस कराते हैं. कम से कम साल में एक बार या 10 हजार किलोमीटर चलने पर सर्विस जरूर कराएं. इससे कार हमेशा अच्छा माइलेज देगी.
टायर प्रेशर
कार के टायरों में हवा का सही प्रेशर रहना जरूरी है. इससे आप न सिर्फ आप फ्यूल की बचत कर सकते हैं, बल्कि इससे टायरों की लाइफ भी लंबी होती है. टायर पर ज्यादा प्रेशर न पड़े और मैन्युफैक्चरर के निर्देश के मुताबिक टायर को इंफ्लेट किया जाए, इस चीज की जिम्मेदारी ड्राइवर की होनी चाहिए। अगर ज्यादा लोड या वजन कैरी करना चाहते हैं तो वीइकल हैंडबुक को पढ़कर उसके मुताबिक टायर प्रेशर में सुधार करें.
रेड लाइट पर बंद कर दें इंजन
कार ड्राइव करते वक्त जब भी आपको रेड लाइट पर रुकना पड़े तो आपको तुरंत कार का इंजन बंद कर देना चाहिए. अगर आप ट्रैफिक में 10 सेकंड से ज्यादा फंस गए हों तो इग्निशन को बंद कर दें, इससे फ्यूल बचेगा. इस गलतफहमी में न रहें कि फिर से इंजन चालू करने में ज्यादा फ्यूल खर्च होगा.
क्लच का सही से इस्तेमाल करें
कार चलाते वक्त अक्सर क्लच का बेवजह इस्तेमाल से भी ज्यादा फ्यूल खर्च होता है. जहां कलच की जरूरत न हो, वहां इसका इस्तेमाल न करें. नई गाड़ी चलाने वाले अक्सर क्लच पर ज्यादा जोर देते हैं. इससे आपकी क्लच प्लेट भी खराब हो सकती है. इसके लिए उचित गियर का इस्तेमाल करें.
ट्रैफिक अलर्ट
कहीं जाने से पहले एक बार कार में दिए गए ट्रैफिक अलर्ट फीचर का इस्तेमाल करें. इससे आपको पता चलेगा कि आप जहां जा रहे हैं उस रास्ते में कहीं ज्यादा ट्रैफिक तो नहीं है. इन दिनों रेडियो स्टेशन और स्मार्ट फोन पर ट्रैफिक अलर्ट आते रहते हैं, जिसमें यह बताया जाता है कि कहां ज्यादा ट्रैफिक है. इस हिसाब से अपने रूट की प्लानिंग करें तो आप फ्यूल बचा सकते हैं.
Ritisha Jaiswal
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