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जानिए कैसे इस छोटी गलती पर बैंक घटा सकता है क्रेडिट कार्ड की लिमिट

Khushboo Dhruw
13 Jun 2021 9:25 AM GMT
जानिए कैसे इस छोटी गलती पर बैंक घटा सकता है क्रेडिट कार्ड की लिमिट
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आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए बैंक से कई मैसेज आते होंगे

आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए बैंक से कई मैसेज आते होंगे. हो सकता है कि बैंक का प्रतिनिधि आपको फोन भी करता हो. लेकिन क्या यह पता है कि कुछ छोटी गलतियों पर अचानक क्रेडिट कार्ड की लिमिट घट जाती है और आपको इसका पता भी नहीं चलता. गलतियां कई हैं, लेकिन उसमें सबसे खास है अपने खर्च करने के तौर तरीके में बदलाव होना.

अचानक क्रेडिट कार्ड की लिमिट घट जाए तो कई तरह का असर पड़ता है. इससे आपकी खरीदारी करने की क्षमता घट जाती है. बाद में यह आपके क्रेडिट स्कोर को घटा देता है. नियम कहता है कि बैंक आपकी देनदारी, समय पर बिल पेमेंट और खरीदारी के तौर-तरीके के देखते हुए जिस तरह से क्रेडिट लिमिट बढ़ाता है. उसी तरह वह अचानक घटा भी सकता है. इसके कई नियम हैं जिनमें सबसे अहम है कि जब बैंक को लग जाए क्रेडिट कार्ड होल्डर डिफॉल्ट होने के खतरे में है. खर्च करने के तरीके से बैंक को लगे कि कार्ड होल्डर कभी भी डिफॉल्टर हो सकता है, तो बैंक क्रेडिट कार्ड की लिमिट घटा सकता है
कोरोना में घटी क्रेडिट लिमिट!
कोरोना जैसी महामारी में बैंक इस तरह के काम खूब करते हैं. अमेरिका में यह चलन तेजी से देखा गया है. इस साल मार्च में 'ब्लूमबर्ग' ने एक रिपोर्ट में बताया कि दुनिया में 14 बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनियों या बैंकों ने 2020 में 99 बिलियन डॉलर की क्रेडिट लिमिट घटा दी. ग्राहकों को इससे बचाने के लिए सरकार कई नियम बनाती है लेकिन बैंक यह फैसला लेने के लिए आजाद हैं किस ग्राहक की क्रेडिट लिमिट बढ़ानी है या घटानी है. बैंक बिना कोई कारण बताए कस्टमर की क्रेडिट लिमिट बढ़ा सकते हैं या घटा सकते हैं.
लिमिट घटने का असर
क्रेडिट लिमिट घटने से कई दिक्कतें पैदा होती हैं. आपकी खरीदारी घट जाती है जिससे क्रेडिट स्कोर भी घटता है. ग्राहक पर एक साथ दोतरफा मार पड़ती है. एक तो वह पहले की तुलना में क्रेडिट लिमिट नहीं पा सकता, दूसरा क्रेडिट स्कोर घटने से लोन आदि लेने में दिक्कत आती है. सबसे बड़ी बात कि बैंक यह काम करने के लिए आजाद हैं. वे बिना किसी कारण के ग्राहक के खर्च करने के तौर-तरीकों को देखते हुए लिमिट घटा सकते हैं. इसके लिए बैंकों के टर्म एंड कंडीशन जिम्मेदार होते हैं, जिसे ग्राहक शायद ही पहले पढ़ते हैं. बैंकों के टर्म एंड कंडीशन में क्रेडिट लिमिट नहीं घटाने का कोई बाध्यकारी नियम नहीं है.
क्रेडिट स्कोर चेक करते रहें
ऐसा जल्दी होता नहीं है कि क्रेडिट लिमिट चुपके से घटा दिया जाए. लेकिन इससे मना भी नहीं कर सकते. क्या आपकी क्रेडिट लिमिट घट गई है, यह जानना बहुत आसान है. इसके लिए आपको बराबर क्रेडिट रिपोर्ट और क्रेडिट स्कोर को चेक करते रहना चाहिए. कहीं ऐसा तो नहीं कि आपके क्रेडिट कार्ड से किसी फ्रॉड अकाउंट में पैसा ट्रांसफर हो रहा है. यह भी क्रेडिट कार्ड के काम पर असर डाल सकता है. साल में किसी ग्राहक को कम से कम एक बार क्रेडिट रिपोर्ट देने का नियम है. आप इसे ऑनलाइन भी देख सकते हैं. कई बैंक यह सुविधा फ्री में भी देते हैं.
ये करें, नहीं घटेगी क्रेडिट लिमिट
अगर आपको क्रेडिट लिमिट घटने से बचना है तो फिजूलखर्ची से बचें. अगर खर्च के आदत से परेशान हैं तो किसी काउंसलर की मदद लें और खर्च रोकने के टिप्स जानें. अपने बजट के हिसाब से खर्च करें क्योंकि कोरोना काल में कई तरह की दिकक्तें पेश आ रही हैं. क्रेडिट लिमिट को बचाए रखने या क्रेडिट स्कोर को ठीक रखने का सबसे सही तरीका है कि आप बिल का पूरा बैलेंस समय पर चुका दें. कार्ड को हमेशा इस्तेमाल में रखें और उसे बंद न करें.


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