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फ्लाइंग कार एक ग्लोबल कॉन्सेप्ट है जिस पर कई कंपनियां और स्टार्टअप काम कर रहे हैं
फ्लाइंग कार एक ग्लोबल कॉन्सेप्ट है जिस पर कई कंपनियां और स्टार्टअप काम कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि भारत में जल्द ही उड़ने वाली कारों की शुरुआत होने की संभावना है. नागरिक उड्डयन मंत्री (Civil aviation minister) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि उन्होंने विनता एयरोमोबिलिटी की एक टीम से मुलाकात की और एक कॉन्सेप्ट फ्लाइंग कार की जांच की है. यह एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार बनने की उम्मीद है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह भी कहा कि एक बार जब यह कॉन्सेप्ट मॉडल रियल बन जाता है, तो उड़ने वाली कारों का इस्तेमाल लोगों और माल के परिवहन के लिए किया जाएगा. इसके अलावा, उड़ने वाली कारों का उपयोग मेडिकल इमरजेंसी सर्विस ऑफर करने के लिए किया जाएगा. जैसा कि फ्लाइंग कार मेकर का दावा है, एक बार रियल में तब्दील हो जाने पर, यह पूरी तरह से ऑटोमैटिक हाइब्रिड-इलेक्ट्रिक वीटीओएल वाहन दो पैसेंजर को ले जाने में सक्षम होगा.
कैसे काम करेगी हाइब्रिड फ्लाइंग कार
यह एक को-एक्सियल क्वाड-रोटर सिस्टम से ऑपरेट होगा जो आठ बीएलडीसी मोटर्स से एनर्जी लेता है जो आठ फिक्स्ड पिच प्रोपेलर के साथ आते हैं. मोटर्स को पावर ऑफर करने के लिए वाहन बायो फ्यूल का उपयोग करेगा. उड़ने वाली यह कार मैक्सिमम 1,300 किलोग्राम वजन के साथ उड़ान भर सकती है. यह 120 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड से 60 मिनट तक उड़ान भर सकता है. रेंज के मामले में उड़ने वाली कार बिना फ्यूल भरे 100 किमी तक उड़ सकती है. यह जमीनी लेवल से मैक्सिमम 3,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है.
Delighted to have been introduced to the concept model of the soon-to-become Asia's First Hybrid flying car by the young team of VINATA AeroMobility: Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia (1/2) pic.twitter.com/Jqtz9gbikk
— ANI (@ANI) September 20, 2021
मेकर का दावा है कि यदि उड़ने वाली कार का एक रोटर विफल हो जाता है, तो दूसरे लेबर मोटर और प्रोपेलर विमान को सुरक्षित रूप से उतार सकते हैं. शहर की सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ती जा रही है, ऐसे में आसमान में आना-जाना का एक नया विकल्प हो सकता है. अर्बन ट्रांसपोर्ट स्पेशलिस्ट ऐसी संभावनाओं की तलाश करते रहे हैं.
उड़ने वाली कारें समान रूप से सड़कों पर दौड़ सकती हैं और आसमान में उड़ सकती हैं. इससे ट्रांसपोर्ट सेक्टर को अधिक सुविधा मिलेगी और समय कम होगा और सड़कों पर भीड़भाड़ भी कम होगी. यहां तक कि उबर जैसे राइड-शेयरिंग और राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म भी भविष्य की ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए फ्लाइंग कार फ्लीट शुरू करने के विचार कर रहे हैं.
ट्रेडिशनल ऑटो दिग्गजों में, दक्षिण कोरियाई व्हीकल मेकर हुंडई ने भी ऐसे कॉन्सेप्ट शो किया है, जहां उड़ने वाली कारों का इस्तेमाल शहर में आने-जाने के लिए किया जाएगा.
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