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ABS की खोज 50 साल से भी पहले हुई थी और अब जाकर इसे भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में मेंडेटरी यानी अनिवार्य किया गया है.
ABS की खोज 50 साल से भी पहले हुई थी और अब जाकर इसे भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में मेंडेटरी यानी अनिवार्य किया गया है. ABS का पूरा मतलब होता है एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम. पहले ABS की खोज 1920 के दशक में हुई थी और 1990 तक ये कारों में खूब प्रचलित हो गया. आज की तारीख में लगभग सभी कारें इस फीचर के साथ आती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं ये काम कैसे करता है? अगर नहीं, तो इस खबर में हम आपको बता रहे हैं कि ABS क्या होता है और ये कैसे काम करता है.
पहिये को जाम होने से रोकता है
आधुनिक तकनीक के सबसे अच्छे उदाहरणों में ABS भी शामिल है जिसकी मदद से कई सारे लोग अब दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाने से बच जाते हैं. एंटीलॉक ब्रेक्स या कहें तो ABS तेजी से ब्रेक दबाने पर कार के पहियों को लॉक होने से बचाता है. ABS में सेंसर्स लगे होते हैं और जब भी ये व्हील को जाम होते महसूस करते हैं तो ये कुछ पल के लिए पहियों पर ब्रेक को कम कर देते हैं. इससे आपकी कार नियंत्रण में बनी रहती है और फिसलती नहीं है. जब ये काम कर रहा होता है तो आपको ब्रेक पैडल पर कुछ हलचल महसूस होती है.
कैसे पता करें कि ABS काम कर रहा है या नहीं
अगर आपकी कार का ABS काम नहीं कर रहा तो ब्रेक्स में कोई अन्य समस्या भी हो सकती है. अगर आप तेजी से ब्रेक मार रहे हों और कार रुक नहीं रही तो ये खतरे की घंटी है. इस स्थिति में कार चलाने से बचें और इसे सीधा मैकेनिक के पास लेकर जाएं. सबसे आम तरीका है कि अगर आपका ABS काम नहीं कर रहा तो कार के केबिन में ABS लाइट जल जाती है. इसके अलावा तेज ब्रेकिंग पर आपकी कार झटके से रुके या फिर फिसले तो समझ जाइए ABS काम नहीं कर रहा. अगर ब्रेकिंग के दौरान कोई अजीब आवाज सुनने में आए या फिर ब्रेक मारने में ज्यादा ताकत लगे तो भी आप कार को मैकेनिक के पास लेकर जाएं.
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Ritisha Jaiswal
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